नयी दिल्ली, 26 नवंबर नियमित कप्तान रोहित शर्मा की एडीलेड में अगले टेस्ट में भारतीय टीम में वापसी होगी लिहाजा इससे पहले कैनबरा में 30 नवंबर से होने वाले अभ्यास मैच में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह खुद पारी का आगाज करते हैं या लोकेश राहुल से कराते हैं ।
रोहित या राहुल में किसी का तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करना इस पर भी निर्भर करेगा कि शुभमन गिल फिट होते हैं या नहीं । गिल अगर मैच के लिए फिट नहीं हुए तो राहुल या रोहित में कोई इस मैच में तीसरे क्रम पर खेलेगा।
भारतीय क्रिकेट जगत में हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि इस दौरे पर रोहित अगर मध्यक्रम (पांचवें या छठे क्रम पर) में बल्लेबाजी करें तो यह टीम के लिए ज्यादा कारगर होगा।
पर्थ में पहले टेस्ट में रोहित की अनुपस्थिति के कारण राहुल का इस्तेमाल एक अस्थायी सलामी बल्लेबाज के तौर पर हुआ था। वह हालांकि ऑप्टस स्टेडियम में दोनों पारियों में 26 और 77 रन बनाकर वह सभी भारतीय बल्लेबाजों में तकनीकी रूप से सबसे मजबूत दिखे। इस मैच से पहले उन्होंने एमसीजी में भारत ए के लिए भी एक मैच में सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभाई थी।
पिछले पांच साल से टेस्ट में पारी का आगाज कर रहे रोहित अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में नहीं है। भारत में हाल ही खेले गये पांच टेस्ट मैचों में उनका प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रहा था। यह सभी मैच हालांकि बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिचों पर खेले गये थे।
गिल को वाका में अभ्यास मैच के दौरान अंगुली में हेयरलाइन फ्रैक्चर का सामना करना पड़ा था और वह शुरुआती टेस्ट मैच से बाहर हो गये थे। उन्होंने अभी तब नेट सत्र में बल्लेबाजी अभ्यास शुरू नहीं की है। वह अगर मैच के लिए फिट होते है तो ध्रुव जुरेल को एकादश से बाहर होना पड़ेगा।
इस मैच में यह भी देखना होगा कि क्या टीम प्रबंधन स्पिन गेंदबाजी विभाग में कोई बदलाव करती है या नही।
पर्थ में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी स्पिन गेंदबाजों की जगह वाशिंगटन सुंदर को खेलने का मौका मिला था।
अश्विन ने 2021 में एडीलेड में गुलाबी गेंद से खेले गये टेस्ट की पहली पारी में 45 रन पर चार विकेट लिये थे। इसमें शानदार गेंद पर स्टीव स्मिथ का विकेट भी शामिल था।
मौजूदा परिस्थितियों को देखे में एडीलेड में भी पिच से स्पिनरों के लिए ज्यादा मदद नहीं होगी। जडेजा को विदेशों में बेहतर बल्लेबाजी के दम पर अश्विन के ऊपर तरजीह मिलती रही है लेकिन वाशिंगटन को तकनीकी तौर पर उनसे बेहतर माना जाता है। इस बायें हाथ के बल्लेबाज ने पर्थ में विराट कोहली के साथ 89 रन की साझेदारी कर टीम की बढ़त को 500 से अधिक तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया था।
एडीलेड टेस्ट में भारतीय टीम को एकादश तय करने से ज्यादा ध्यान बल्लेबाजी क्रम तय करने पर देना होगा।
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