बेंगलुरु, 26 अक्टूबर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के एवाई.4.2 प्रकार के दो संदिग्ध मामलों की पहचान की गई है और नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए एक प्रयोगशाला में भेजा गया है।
सुधाकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वायरस के एवाई.4.2 प्रकार दो संदिग्ध मामले हैं और मैंने अपने विभाग को इसकी पुष्टि के लिए जीनोमिक अनुक्रमण के लिए नमूने भेजने का निर्देश दिया है।’’
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि नमूने जांच के लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय जीव विज्ञान केंद्र (एनसीबीएस) भेजे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों प्रभावित व्यक्ति बेंगलुरु से हैं और उनमें कोई लक्षण नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि एवाई.4.2 को कोरोना वायरस का डेल्टा संस्करण कहा जाता है, जो ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा है।
कर्नाटक की तैयारियों के बारे में सुधाकर ने कहा कि राज्य ने जीनोम अनुक्रमण शुरू कर दिया है और राज्य में छह-सात (जीनोम) प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं।
मंत्री ने कहा कि जब भी कोई नया स्वरूप सामने आता है तो राज्य तुरंत विशेषज्ञों की सलाह ले सकता है और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ चर्चा कर सकता है।
नए संस्करण के ब्रिटेन में नयी दिक्कत उत्पन्न करने के बारे में, उन्होंने कहा कि वह कोविड-19 पर तकनीकी सलाहकार समिति के अध्यक्ष से बात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह पता लगाने के लिए अध्ययन चल रहा है कि यह वायरस का किस प्रकार स्वरूप का है।
सुधाकर ने दावा किया कि जिन लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक मिल गई है, उन्हें वायरस से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसका उन पर बहुत कम प्रभाव पड़ेगा। मंत्री ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार ने इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं।
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