मुंबई, 19 दिसंबर भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पर हमेशा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को मुंबई में कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौके से 14 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में कांग्रेस कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की, फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया और पोस्टर फाड़ दिए। पुलिस के मुताबिक, कार्यकर्ताओं ने कुछ कांग्रेस नेताओं के पोस्टर पर स्याही भी फेंकी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति अब शांतिपूर्ण है।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पार्टी के कार्यालय में घुसते हुए कांग्रेस के खिलाफ नारे लगाए।
देर रात भाजयुमो कार्यकर्ताओं का एक समूह कांग्रेस कार्यालय के सामने स्थित आज़ाद मैदान थाने के बाहर इकट्ठा हुआ और विरोध प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस पदाधिकारी मंदार पवार ने भाजयुमो पदाधिकारी तेजिंदर तिवाना और भाजपा की युवा शाखा के 30 से 40 सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर गैरकानूनी रूप से एकत्र होना, दंगा करना, दंगा भड़काने के इरादे से उकसावे की कार्रवाई करना, उपद्रव, जबरन घुसने संबंधी भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा, बंबई पुलिस अधिनियम की धारा 135 (नियमों या निर्देशों की अवहेलना के लिए दंड) के तहत भी उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कांग्रेस नेताओं द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राज्यसभा में भाषण के दौरान डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाये जाने के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने यह विरोध प्रदर्शन किया।
मुंबई से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने इस घटना के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा और संघ परिवार ने बाबासाहेब का नाम सुनते ही हमेशा यही किया है, हमला और बर्बरता। देखिए, भाजपा के गुंडे किस हद तक गिर गए हैं ताकि अमित शाह को बचाया जा सके और महामानव, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ उनके द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान से ध्यान भटकाया जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के करीब 50 कार्यकर्ता हमारे पार्टी कार्यालय में आए, कुर्सियां फेंकीं, पोस्टर फाड़े और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं ने उनके हमलों का विरोध किया। हम इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।’’
गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से तोड़फोड़ में शामिल लोगों के खिलाफ सबसे कठोर धाराओं के तहत तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में इस तरह की राजनीतिक मर्यादा है? शर्म की बात है।’’
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