मुंबई, 12 फरवरी कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने के बीच सोमवार को रुपया सात पैसे मजबूत होकर 83.0 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल रहने से स्थानीय मुद्रा की बढ़त सीमित रही।
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.01 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 82.98 प्रति डॉलर से लेकर 83.02 प्रति डॉलर के दायरे में रहा। रुपया अंत में डॉलर के मुकाबले 83.0 पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से सात पैसे की बढ़त है।
रुपया पिछले कारोबारी सत्र के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.07 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, पश्चिम एशिया में जारी भू-राजनीतिक तनाव की वजह से यदि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं और विदेशी निवेशकों की ओर से बिकवाली का दबाव बनता है तो रुपये पर असर पड़ सकता है।’’
कारोबारी थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति तथा औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों से संकेत लेंगे। सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.1 प्रतिशत पर आ गई है। यह इसका तीन माह का निचला स्तर है।
हालांकि, दिसंबर, 2023 में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि घटकर 3.8 प्रतिशत रह गई है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.15 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.77 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 126.60 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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