मुंबई, दो अगस्त अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया एक पैसे की बढ़त के साथ 83.72 प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ। कमजोर डॉलर की वजह से रुपये को मिलने वाले लाभ को घरेलू शेयर बाजारों में हुई भारी बिकवाली ने बेअसर कर दिया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि नवीनतम अमेरिकी आंकड़ों से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में विनिर्माण वृद्धि की धीमी रफ्तार का पता चलने के बाद डॉलर में तेज गिरावट आने से भारतीय मुद्रा को थोड़ा समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.74 प्रति डॉलर पर खुला तथा 83.72 से 83.76 प्रति डॉलर के सीमित दायरे में उतार चढ़ाव के बाद कारोबार के अंत में महज एक पैसे की तेजी दर्शाता हुआ 83.72 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 83.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिका से निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों के बीच अमेरिकी डॉलर में मामूली गिरावट रुपये में तेज गिरावट को रोक सकती है। रिजर्व बैंक का कोई नया हस्तक्षेप भी रुपये को सहारा दे सकता है।
चौधरी ने कहा, ‘‘व्यापारी अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं, जो पिछले महीने के आंकड़ों से कमजोर होने की उम्मीद है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 83.50 रुपये से 84 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.27 प्रतिशत गिरकर 103.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.28 प्रतिशत बढ़कर 79.74 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 885.60 अंक फिसलकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 293.20 अंक की गिरावट के साथ 24,717.70 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,310 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
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