मुंबई, तीन अगस्त देश के शेयर बाजारों में सोमवार को बिकवाली दबाव से लगातार चौथे कार्यदिवस गिरावट दर्ज की गई। शेयरों के ऊंचे मूल्य और कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित निवेशकों ने बाजार में जमकर बिकवाली की जिससे सेंसेक्स 667 अंक गिरकर 37,000 अंक से नीचे चला गया।
शेयर कारोबारियों का कहना है कि वृहद आर्थिक परिवेश काफी नाजुक बना हुआ है। रुपये में गिरावट आ रही है इससे निवेशकों की जोखिम उठाने की मंशा कमजोर पड़ गई।
यह भी पढ़े | 7th Pay Commission: लॉकडाउन में फंसे केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिली बड़ी राहत, जारी की गई अधिसूचना.
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सोमवार को 667.29 अंक यानी 1.77 प्रतिशत गिरकर 36,939.60 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक 181.85 अंक यानी 1.64 प्रतिशत घटकर 10,891.60 अंक पर बंद हुआ।
चार कार्यदिवसों में बीएसई 1,553.35 अंक गिर चुका है जबकि निफ्टी में इस दौरान 408.95 अंक की गिरावट आ चुकी है।
यह भी पढ़े | तमिलनाडु: ऑनलाइन क्लासेस के लिए स्मार्टफोन न मिलने पर 10वीं कक्षा के छात्र ने कथित तौर पर की आत्महत्या.
बीएसई सेंसेक्स में शामिल शेयरों में कोटक महिन्द्रा बैंक में सबसे ज्यादा 4.41 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। उसके बाद इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, ओएनजीसी, एचडीएफसी बैंक, बजाज आटो और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) में भी गिरावट रही।
इसके विपरीत टाइटन, टाटा स्टील, एचसीएल टेक, लार्सन एण्ड टुब्रो, स्टेट बैंक और पावर ग्रिड इन छह शेयरों में 3.15 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
बाजार कारोबारियों का कहना है कि आरआईएल और एचडीएफसी बैंक तथा एचडीएफसी में जबर्दस्त बिकवाली से बाजार में गिरावट का जोर रहा।
इसके साथ ही विदेशी मुद्रा की निकासी होने, कोविड- 19 संक्रमण के बढ़ते मामलों से निवेशकों में चिंता बढ़ी है। डालर के मुकाबले रुपया भी सोमवार को 20 पैसे लुढ़कर 75 रुपये से नीचे गिर गया।
वृहद आर्थिक मोर्चे पर देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां जुलाई के मुकाबले कुछ ज्यादा कमजोर पड़ी हैं। पीएमआई आंकड़ों के मुताबिक मांग की स्थिति कमजोर बनी हुई है। यह लगातार चौथा महीना रहा है जब पीएमआई आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई।
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, उधर रिजर्व बैंक की दर को लेकर किसी कदम के बारे में अनिश्चिता बरकरार है ऐसे में बाजार में गतिविधियां धीमी पड़ रही है जो कि पिछले कुछ दिनों से दिखाई दे रहा है। गिरावट वित्तीय कंपनी के शेयरों की अगुवाई में आ रही है। ’’
नायर ने कहा, ‘‘हालांकि, बाजार गिर रहा है फिर भी खास शेयरों में आकर्षण बरकरार है। कंपनियों के परिणाम और भविष्य की योजनाओं को लेकर निवेशक कदम उठा रहे हैं। जब तक बाजार मौजूदा दायरे में हैं इस तरह की गिरावट अल्पकालिक होगी। ऐसी गिरावट के समय अच्छे शेयरों को निवेशक अपने पास जुटायेंगे।’’
कारोबार की समाप्ति पर बीएसई बैंकेक्स, वित्त, ऊर्जा, तेल एवं गैस, रीयल्टी और दूरसंचार समूह के सूचकांक में 2.73 प्रतिशत तक गिरावट रही। वहीं टिकाऊ उपभोक्ता सामान, स्वास्थ्य, धातु और उद्योगों के शेयर समूहों में लाभ रहा।
पूरी दुनिया में 1.80 करोड़ से अधिक लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित हो चुके हैं। भारत में अब तक 18 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
वैश्विक बाजारों में तेजी रही। चीन और यूरोक्षेत्र के पीएमआई आंकड़ों से धारणा उत्साह में रही। शंघाई, टोक्यो, सोल सकारात्मक रुख में बंद हुये जबकि हांग कांग में गिरावट का रुख रहा। यूरोप में कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख में हुई। हालांकि, कोरोना वायरस से तेजी सीमित रही।
वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव 0.69 प्रतिशत घटकर 43.22 डालर प्रति बैरल रहा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)