Renukaswamy Murder Case: रेणुकास्वामी को दिये गए थे बिजली के झटके, जांच में हुआ खुलासा
Darshan Thugudeepa (img: instagram)

बेंगलुरु, 21 जून : रेणुकास्वामी हत्या मामले की जांच कर रही कर्नाटक पुलिस ने कहा है कि कन्नड़ फिल्म अभिनेता दर्शन थूगुदीपा ने कथित हत्या के बाद कई लोगों से संपर्क किया था जबकि एक अन्य आरोपी ने यह बात स्वीकार की है कि पीड़ित को बिजली के झटके दिए गए थे. पुलिस ने बताया कि आरोपी नम्बर दो- अभिनेता दर्शन ने अपने खिलाफ ‘‘प्रतिकूल कानूनी कार्रवाई’’ से बचने और हत्या की साजिश एवं सबूतों को नष्ट करने में लगने वाले खर्चे के लिए अपने एक दोस्त से 40 लाख रुपये लिये थे और धनराशि बरामद कर ली गई है.

पुलिस ने बृहस्पतिवार को 24वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) अदालत के समक्ष दायर हिरासत आवेदन में जांच पर जानकारी साझा की. इसके साथ ही पुलिस ने अदालत से दर्शन और तीन अन्य आरोरियों की पुलिस हिरासत और उनकी दोस्त पवित्रा गौड़ा तथा शेष आरोपियों की न्यायिक हिरासत का अनुरोध किया. इस हत्या मामले में दर्शन और गौड़ा सहित कुल 17 लोग आरोपी हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभिनेता के एक प्रशंसक रेणुकास्वामी ने गौड़ा को अश्लील संदेश भेजे थे, जिससे दर्शन नाराज हो गया और कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी गई. उसका शव 9 जून को यहां सुमनहल्ली में एक अपार्टमेंट के बगल में एक नाले के पास मिला था. पुलिस ने कहा है कि 47 वर्षीय अभिनेता और अन्य आरोपियों - धनराज डी, विनय वी और प्रदोष - ने जांच में सहयोग नहीं किया और तथ्यों को छिपाने की कोशिश की. अदालत ने बृहस्पतिवार को चारों की पुलिस हिरासत दो दिन के लिए 22 जून तक बढ़ा दी. बाकी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. यह भी पढ़ें : NEET Scam Case: नीट पेपर लीक मामले में बसपा चीफ मायावती ने दी प्रतिक्रिया, कहा- मुख्य आरोपियों के खिलाफ एक्शन ले सरकार

पुलिस ने आरोपी नंबर एक पवित्रा गौड़ा की पहचान रेणुकास्वामी की हत्या के लिए "मुख्य कारण" के रूप में की है और कहा है कि जांच से यह साबित हो गया है कि उसने अन्य आरोपियों को उकसाया, उनके साथ साजिश रची और अपराध में शामिल हुई.

पुलिस ने कहा कि अभी तक मिले सबूतों के आधार पर यह साबित होता है कि दर्शन इस हत्या में शामिल था. पुलिस ने कहा है कि दर्शन ने पैसे, अन्य आरोपियों और अपने प्रशंसकों का उपयोग करके इस अपराध को अंजाम दिया और कानून का दुरुपयोग किया. जांच के दौरान (आरोपी नंबर नौ) धनंजय ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि उसने रेणुकास्वामी पर हमला किया और उसे झटके देने के लिए 'इलेक्ट्रिक शॉक टॉर्ज' का इस्तेमाल किया. पुलिस ने उक्त उपकरण जब्त कर लिया है. पुलिस ने कहा, "उसने अभी तक यह नहीं बताया है कि यह उपकरण उसे कहा से मिला और वह जानकारी छिपा रहा है. उससे अभी पूछताछ की जानी है."

पुलिस के मुताबिक इस अपराध के बाद दर्शन ने कई व्यक्तियों से संपर्क किया था और इसके पीछे के मकसद और कारणों का पता लगाने के लिए उससे आगे की जांच करने की आवश्यकता है. ऐसी जानकारी है कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने जांच में हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी, हालांकि पुलिस ने इसे खारिज कर दिया. पुलिस के अनुसार, दर्शन ने अपने संशोधित बयान में प्रतिकूल कानूनी कार्रवाई से बचने तथा षडयंत्र को छिपाने और सबूत नष्ट करने के लिए अपने मित्र मोहन राज से 40 लाख रुपये लेने की बात स्वीकार की है. पुलिस ने बताया है कि उसने दर्शन के घर से 37.4 लाख रुपये बरामद किए और साथ ही वे तीन लाख रुपये भी बरामद किये गए हैं जो उसने पत्नी को दिये थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रदोष ने सबूत नष्ट करने में मुख्य भूमिका निभायी है और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है तथा सूचना छुपा रहा है. वह एक अन्य व्यक्ति को अपराध स्थल पर लेकर गया था, हालांकि, उसने उस व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं की है. पुलिस ने कहा है कि उससे आगे भी पूछताछ करने की जरूरत है. पुलिस ने बताया कि प्रदोष ने रेणुकास्वामी और आरोपी नम्बर चार राघवेंद्र के मोबाइल फोन "नाले" में फेंक दिये थे. पुलिस ये मोबाइल फोन बरामद करने के प्रयास किये लेकिन बरामद नहीं कर पायी है. पुलिस ने चित्रदुर्ग शहर में राघवेंद्र के घर से 4.40 लाख रुपये बरामद किए हैं. इसके साथ ही उसके घर से पीड़ित रेणुकास्वामी की सोने की अंगूठी और चेन बरामद की है. रेणुकास्वामी की मां ने अंगूठी और चेन की पहचान कर ली है.

सूत्रों के अनुसार, चित्रदुर्ग में दर्शन के ‘फैन क्लब’ के सदस्य राघवेंद्र ने रेणुकास्वामी को कहा था कि दर्शन उससे मिलना चाहता है. वह उसे आर आर नगर में एक शेड में लाया था. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इसी शेड में रेणुकास्वामी को कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. अधिकारी ने कहा, "घटनास्थल से लाठी, लकड़ी के टुकड़े, पानी की बोतल, खून के धब्बे, सीसीटीवी फुटेज युक्त डीवीआर जैसी चीजें बरामद की गई हैं." सूत्रों ने बताया कि माना जाता है कि जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ कई ऐसे सबूत एकत्रित किये हैं जो यह साबित कर सकते हैं कि रेणुकास्वामी पर हमले के दौरान आरोपी दर्शन घटनास्थल पर मौजूद था. सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार रेणुकास्वामी की मौत कई चोटों के चलते सदमे और रक्तस्त्राव के कारण हुई.