बेंगलुरु, 13 नवंबर एक बड़े रक्षा औद्योगिक आधार की उपलब्धता, एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और दक्षिणी राज्यों में काफी प्रतिभा पूल को देखते हुए, सेना डिजाइन ब्यूरो (एडीबी) का एक क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी नोड (आरटीएन) बेंगलुरु में स्थापित किया जा रहा है।
आरटीएन-बी का उद्घाटन सोमवार को एएससी सेंटर एंड कॉलेज, बेंगलुरु में होगा।
एडीबी और मुख्यालय एआरटीआरएसी (सेना प्रशिक्षण कमान) की ओर से आरटीएन-बी भारतीय सेना के समग्र हित के लिए शहर के एएससी केंद्र और कॉलेज की स्थिति का लाभ उठाएगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि एडीबी रक्षा क्षेत्र में भारतीय सेना की मेक-इन-इंडिया पहल के तहत भारत की अहम परियोजनाओं में से एक है।
वर्ष 2016 में स्थापित एडीबी की भूमिका प्रौद्योगिकी स्कैन करना, अधिग्रहण और विकास के लिए प्रौद्योगिकियों की पहचान करना और उद्योग, शिक्षा, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ अनुसंधान एवं विकास प्रयासों को सुविधाजनक बनाना है।
बयान में कहा गया कि इस मॉडल की सफलता का और फायदा उठाने के लिए, क्षेत्रीय स्तर पर इसी तरह की औपचारिक संरचनाओं की कल्पना की गई थी, ताकि सेना में प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाया जा सके और प्रौद्योगिकी को आत्मसात किया जा सके।
क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी नोड-पुणे (आरटीएन-पी) एडीबी के तहत स्थापित पहला क्षेत्रीय स्तर का नोड था, जिसका महाराष्ट्र क्षेत्र में उद्योगों के साथ तालमेल था।
एडीबी द्वारा की गई प्रमुख पहलों में से एक ‘समस्या परि विवरण’ के संग्रह का प्रकाशन है, जिसने सेना के लिए चिंता के प्रमुख मुद्दों की पहचान की है।
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