जापानी भाषा को बढ़ावा देने के लिए राजीव गांधी विश्वविद्यालय और विवेकानंद केंद्र ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

इटानगर, 25 अगस्त: राजीव गांधी विश्वविद्यालय (आरजीयू) और विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी ने जापानी सीखने और सिखाने को बढ़ावा देने में अपने सहयोग को औपचारिक रूप देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता ज्ञापन बृहस्पतिवार को हस्ताक्षरित किया गया जिसका उद्देश्य शिक्षण, अनुसंधान, संकाय और छात्र विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना है जिससे दोनों संस्थानों को पारस्परिक रूप से लाभ होगा.

यहां एक विज्ञप्ति में शुक्रवार को बताया गया कि एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम में दोनों पक्षों के प्रमुख प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई. दूरस्थ शिक्षा संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आशान रिद्दी और कन्याकुमारी के विवेकानंद केंद्र के महासचिव भानुदास ढाकरास ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.

राजीव गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर साकेत कुशवाहा ने शिक्षा, ग्रामीण विकास और सशक्तिकरण गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक आशाजनक प्रगति के रूप में एमओयू की सरहाना की और विश्वास व्यक्त किया कि विवेकानन्द केन्द्र की पर्याप्त क्षमता को देखते हुए यह सहयोग व्यावहारिक परिणाम देगा. एमओयू का मुख्य उद्देश्य शिक्षण और अनुसंधान में अंतर-संस्थागत सहयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करना है। इस सहयोग में जापानी शिक्षा को केंद्र में रखा जाएगा.