हैदराबाद, 20 नवंबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अस्थायी कर्मियों के कल्याण के लिए कानून बनाने के तेलंगाना सरकार के कदम की सराहना की और मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से मसौदा कानून के लिए राज्यव्यापी सार्वजनिक परामर्श आयोजित करने का आग्रह किया।
रेड्डी को लिखे पत्र में गांधी ने कहा कि वह हैदराबाद की अपनी हालिया यात्रा के दौरान सामाजिक-आर्थिक, शैक्षिक, रोजगार, राजनीतिक और जाति सर्वेक्षण (राज्य में चल रहे) के लिए जीवंत सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया से प्रभावित हुए हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘ मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप गिग वर्कर्स के लिए मसौदा कानून पर भी इसी तरह के राज्यव्यापी सार्वजनिक परामर्श आयोजित करें। सभी पक्षों की सुनवाई से मजबूत, प्रभावी और सार्थक कानून सुनिश्चित होगा। यह प्रक्रिया इस क्षेत्र के लिए भविष्य के विनियमनों को भी मजबूत बनाने में मदद कर सकती है।’’
गिग वर्कर्स ऐसे कर्मियों को कहा जाता है जो आनलाइन प्लेटफार्म, विनिर्माण, पेट्रोल पंप, सेवा क्षेत्र आदि में बिना विशेष सुविधाओं के काम करते हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्हें परामर्श प्रक्रिया का हिस्सा बनकर खुशी होगी।
गांधी ने रेखांकित किया कि कांग्रेस श्रमिकों, विशेष रूप से संविदा कर्मियों के कल्याण के लिए खड़ी है, तथा पार्टी के घोषणापत्र में अस्थायी कर्मियों की सामाजिक सुरक्षा बढ़ाने के लिए कानून बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित सरकारों ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं और राजस्थान में कांग्रेस सरकार अस्थायी कर्मियों के कल्याण के लिए कानून बनाने वाली पहली सरकार बनी थी।
रेड्डी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर राहुल गांधी द्वारा 11 नवंबर को लिखे पत्र को साझा करते हुए उन्हें भरोसा दिया कि उनके ‘दृष्टिकोण और वादे’ के अनुरूप राज्य की अस्थायी कर्मियों के लिए नीति व्यापक, समावेशी और निष्पक्ष होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रिय राहुल गांधी जी, हमारा सारा काम आपकी दृष्टि, विचारों और काम से प्रेरित है। यह हमें और अधिक ऊर्जा देता है कि तेलंगाना जाति आधारित सर्वेक्षण ने आपको गौरवान्वित महसूस कराया है।’’
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