Terrorist Attack in Pakistan: पाकिस्तान में आतंकियों ने मचाया तांडव! 2 आत्मघाती हमलों में 19 सैनिकों की मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने हाल ही में दो अलग-अलग घटनाओं में 19 सैनिकों को मार डाला. रविवार को तिराह घाटी में आतंकवादियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में आठ सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. इसके बाद मंगलवार को बन्नू जिले के माली खेहल चेकपॉइंट पर हुए आत्मघाती हमले में 11 सैनिकों की जान चली गई. इन घटनाओं ने पाकिस्तान में आतंकवादी हिंसा को एक नया रूप दे दिया है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है.

तिराह घाटी में मुठभेड़ और शॉप्स की बंदी

तिराह घाटी में हुई मुठभेड़ के दौरान, आतंकवादियों ने एक सैन्य शिविर पर हमला किया था, जिसमें भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नौ आतंकवादी भी मारे गए. यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब आतंकवादियों ने रविवार की शाम को बाग-मैदान मार्काज़ के पास सैन्य शिविर पर हमला किया. स्थानीय व्यापारियों ने इस संघर्ष के बाद अपनी दुकानों को दो दिन बाद खोलते हुए शांति और हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की.

बन्नू जिले में आत्मघाती हमले का सिलसिला

मंगलवार को, बन्नू जिले के माली खेहल चेकपॉइंट पर हुए आत्मघाती हमले ने पाकिस्तान के सुरक्षा बलों को फिर से चौकस कर दिया. इस हमले में 11 सैनिक मारे गए और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. हमले के बाद, आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलाबारी भी की, जिससे मुठभेड़ में और भी सैनिक घायल हुए. इस क्षेत्र में आतंकवादी हमले हाल के दिनों में बढ़े हैं, जो स्थानीय सुरक्षा स्थिति को चुनौती दे रहे हैं.

स्थानीय नेताओं का शांति का आह्वान

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में बढ़ती आतंकवादी हिंसा के कारण स्थानीय नेताओं ने शांति स्थापित करने और सशस्त्र समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया है. इलाके में प्रभावी कानून व्यवस्था की कमी के कारण, आतंकवादी खुलेआम सड़कों पर दिखाई देते हैं, और स्थानीय निवासी इन स्थितियों से बहुत परेशान हैं. एक शांति जिरगा (नेताओं की सभा) ने सरकार से इस गंभीर स्थिति को सुधारने की अपील की है, ताकि लोगों को आतंकवादियों के अत्याचार से राहत मिल सके.

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने हाल के दिनों में भीषण हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें 19 सैनिकों की मौत हो गई. इन घटनाओं ने न केवल पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है.