चंडीगढ़, 7 जून : पंजाब के सतर्कता ब्यूरो ने मंगलवार तड़के राज्य के पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वॉरिंग ने गिरफ्तारी को ‘‘बदले की राजनीतिक’’ करार दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह कानून को अपना काम करने दें और ‘‘कंगारू अदालत न्याय प्रणाली’’ न अपनाएं. कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में समाज कल्याण और वन मंत्री रहे धर्मसोत को अमलोह से गिरफ्तार किया गया. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में एक स्थानीय पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसे धर्मसोत का सहयोगी बताया जा रहा है.
धर्मसोत की गिरफ्तारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पंजाब दौरे से कुछ घंटे पहले हुई है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मंगलवार को मानसा में उनके घर जाने वाले हैं. कुछ दिन पहले ही भ्रष्टाचार के एक मामले में जिला वन अधिकारी (डीएफओ) गुरमनप्रीत सिंह और एक ठेकेदार हरमिंदर सिंह हम्मी की गिरफ्तारी हुई थी. सूत्रों ने बताया कि ऐसी सूचना थी कि इन दोनों ने धर्मसोत के मंत्री रहने के दौरान वन विभाग में कथित गलत कामों का ब्योरा मुहैया कराया था. पंजाब में सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार ने कहा कि डीएफओ और ठेकेदार से पूछताछ के दौरान पता चला कि पूर्व मंत्री कथित रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त थे. यह भी पढ़ें : बरेली में धार्मिक उन्माद भड़काने के आरोप में दो यूट्यूब चैनल के खिलाफ मामला दर्ज
कुमार ने दावा किया कि जांच में खुलासा हुआ है कि धर्मसोत को हर पेड़ को काटने के लिए 500 रुपये दिए जाते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि उस दौरान धर्मसोत को कमीशन के तौर पर करीब 1.25 करोड़ रुपये हासिल हुए. कुमार ने यह भी दावा किया कि पूर्व मंत्री अपने विभाग के अधिकारियों के तबादलों और तैनाती के अलावा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए भी कथित तौर पर पैसे लेते थे. उनके सहयोगी कथित तौर पर उनकी ओर से पैसे वसूलते थे. कुमार ने कहा कि इन आरोपों के आधार पर मामला दर्ज कर पूर्व मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा कमलजीत सिंह और चमकौर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है, जो धर्मसोत की ओर से पैसे लेते थे. कुमार ने कहा कि धर्मसोत के आवास पर तलाशी जारी है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वॉरिंग ने ट्वीट किया, ‘‘मान साहब, जैसा कि उम्मीद थी, आप साधु सिंह धर्मसोत को गिरफ्तार करके पंजाब में अराजकता, बेरोजगारी और (आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद) केजरीवाल तथा अन्य लागों के दखल जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कानून को अपना काम करने दें. कृपया इसे ‘कंगारू अदालत न्याय प्रणाली’ न बनाएं. राजनीतिक प्रतिशोध का उलटा असर होगा.’’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अप्रैल में धर्मसोत के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी. पंजाब में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के बाद 2020 में कथित छात्रवृत्ति घोटाले में भी धर्मसोत का नाम सामने आया था. हालांकि, उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों की तीन सदस्यीय समिति ने क्लीन चिट दे दी थी.