अयोध्या, 26 सितंबर: राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने देशभर में बेचे जा रहे तेल और घी की शुद्धता पर सवाल उठाते हुए बृहस्पतिवार को इनकी जांच की मांग की और कहा कि देवताओं को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद मंदिर के पुजारियों की देखरेख में ही तैयार किया जाना चाहिए. आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में दिये जाने वाले ‘लड्डू प्रसादम’ को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु की चर्बी की मिलावट को लेकर उठे विवाद के बीच दास का यह बयान आया है.
तिरुपति मंदिर प्रसाद विवाद पर टिप्पणी करते हुए आचार्य सत्येंद्र दास ने सभी प्रमुख मठों और मंदिरों में बाहरी एजेंसियों द्वारा तैयार किए जाने वाले प्रसाद पर ‘‘पूर्ण प्रतिबंध’’ लगाने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘‘तिरुपति बालाजी के प्रसाद में वसा और मांस के इस्तेमाल को लेकर विवाद पूरे देश में बढ़ रहा है. संत और भक्त दोनों ही इस पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं.’’
देश के सभी मठों और मंदिरों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि देवताओं को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद मंदिर के पुजारियों की देखरेख में ही तैयार किया जाना चाहिए.
उन्होंने देशभर में बिक रहे तेल और घी की शुद्धता की जांच की जरूरत दोहराई और आरोप लगाया कि प्रसाद में मांस और चर्बी मिलाकर देश के मठों और मंदिरों को अपवित्र करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश चल रही है.
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