पटना, छह दिसंबर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच में पता चला है कि "माफिया" ने एक दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) भर्ती परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक परीक्षार्थी से चार से पांच लाख रुपये वसूले थे।
पटना के तीन केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा के दौरान बड़े पैमाने पर ‘‘अनियमितताएं और कदाचार’’ का पता चलने के बाद बिहार सरकार ने दो दिसंबर को सीएचओ भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी।
परीक्षा आयोजित करने वाली बिहार राज्य स्वास्थ्य सोसायटी ने कहा था कि नयी परीक्षा तिथियों की घोषणा बाद में की जाएगी।
परीक्षा एक दिसंबर को पटना के 12 ऑनलाइन केंद्रों पर आयोजित की गई थी।
पुलिस ने इस सिलसिले में नौ उम्मीदवारों, परीक्षा केंद्रों के मालिकों और कर्मचारियों और आईटी प्रबंधकों समेत 37 लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी 12 परीक्षा केंद्रों को पुलिस ने सील कर दिया है।
ईओयू की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार गिरफ्तार अभ्यर्थियों ने जांच के दौरान खुलासा किया कि प्रश्न पत्र हल करने वाले (सॉल्वर) समेत माफिया सीएचओ परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र मांगने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से 4 से 5 लाख रूपये वसूलते थे।
बयान में कहा गया है कि राशि का एक हिस्सा अभ्यर्थियों से पहले ही ले लिया गया था और शेष राशि का भुगतान परिणाम के बाद किया जाना था।
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