हैदराबाद: तेलंगाना में रचकोंडा पुलिस आयुक्तालय ने उदारता दिखाते हुये मौजूदा लॉकडाउन के दौरान 41 अनाथालयों, वृद्धाश्रमों एवं दिव्यांगों के लिये बने घरों को गोद लिया है. कोविड—19 संकट के मद्देनजर इन आश्रमों में रहने वाले लोगों के लिये किराना सामानों एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पुलिस कर रही है. हालांकि, पुलिस के साथ ही विभिन्न गैर सरकारी संगठन भी उनके लिए राशन, दवाएं एवं सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था में लगे हुए हैं.
रचकोंडा के पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत ने बताया कि पुलिस बल ने इन आश्रमों को गोद लेने का निर्णय किया, क्योंकि ये आश्रम समाज के दयालु लोगों के सहयोग पर अधिक निर्भर हैं. लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों से निकलने पर पाबंदी है, ऐसे में न तो ये लोग इन जरूरतमंदों की सेवा करने में सक्षम हैं और न ही आश्रमों के प्रबंधन के लोग इस स्थिति में हैं कि वे बाहर जाकर चीजों का प्रबंध कर सकें.
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प्रत्येक आश्रमों की जरूरत का आकलन संबंधित एसएचओ करते हैं और इसे पुलिस आयुक्त कार्यालय में भेज दिया जाता है. भागवत ने बताया कि रचकोंडा पुलिस आयुक्तालय का सिटीजन वॉलंटीयर सेल सामानों की खरीद, भोजन, राशन एवं अन्य जरूरी चीजों के वितरण का प्रबंध करता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि जरूरी चीजों की आपूर्ति उन तक हो जाये. भागवत स्वयं इनमें से कुछ आश्रमों में किराने के सामानों की आपूर्ति करवाते हैं और व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी सभी जरूरतें पूरी हों.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक 41 अनाथालय, वृद्धाश्रम और दिव्यांगों के लिये बने आश्रमों को चिन्हित किया गया है, जिसमें 1630 लोग रहते हैं और पुलिस उनकी जरूरत को पूरा करेगी.
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