कोलकाता, 24 जनवरी: कोलकाता के नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआई) हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण कम से कम 34 उड़ानें प्रभावित हुईं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक प्रवक्ता ने कहा कि यहां से अन्य स्थानों को जाने वाली कुल 15 उड़ानों में देरी हुयी क्योंकि निम्न दृश्यता के चलते विमान (समय पर) उड़ान नहीं भर सके. उन्होंने बताया कि महानगर आने वाली आठ उड़ानों में भी देरी हुई, जबकि कोलकाता के आसमान में चक्कर लगा रही सात अन्य उड़ानों को अन्य हवाई अड्डों पर भेज दिया गया.
इसके अलावा चार उड़ानों को ‘रैंप’ से ‘पार्किग बे’ में लौटना पड़ा क्योंकि ये विमान रवाना नहीं हो सके. प्रवक्ता ने कहा कि कोहरे के कारण रात दो बजकर 10 मिनट पर निम्न दृश्यता (संचालन) प्रक्रिया (एलवीपी) लागू कर दी गयी.
जब दृश्यता 800 मीटर से कम हो जाती है, तो विमान यातायात नियंत्रण (एटीसी) एलवीपी लागू करता है, और 'फॉलो-मी' वाहनों का उपयोग करके विमानों को उनके स्टैंड तक पहुंचाया जाता है. एलवीपी तब भी लागू किया जाता है जब बादल 200 फुट से नीचे आ जाते हैं. प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि तड़के चार बजकर दो मिनट से छह बजकर 51 मिनट तक और सुबह छह बजकर 53 मिनट से आठ बजकर 16 मिनट तक दो चरणों में विमानों का आगमन प्रभावित रहा.
उनके मुताबिक इसी तरह सुबह चार बजकर नौ मिनट से पांच बजकर 49 मिनट तक तक और सुबह छह बजकर 48 मिनट से आठ बजकर 52 मिनट तक विमानों का प्रस्थान प्रभावित रहा.
हवाई अड्डा के निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि उड़ानों का परिचालन सुबह आठ बजकर 17 मिनट पर बहाल हो गया.
हवाई अड्डा के कुछ अधिकारियों ने बताया कि एक निजी एयरलाइन द्वारा अपनी उड़ान रद्द कर दिये जाने के बाद कुछ यात्रियों ने हो-हल्ला किया. शुक्रवार लगातार दूसरा दिन रहा जब कोहरे के कारण उड़ानें प्रभावित हुईं. बृहस्पतिवार को घने कोहरे के कारण कम से कम 72 उड़ानों की आवाजाही प्रभावित हुई.
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