संबलपुर/झारसुगुड़ा (ओडिशा), 30 अप्रैल: ओडिशा के संबलपुर शहर में इस महीने हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश फैलाने के आरोप में हिरासत में लिए गए 16 लोगों को रिहा कर दिया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इन लोगों को चेतावनी देने के बाद रिहा कर दिया गया है और इनसे शपथपत्र लिए गए हैं कि वे भविष्य में ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे. यह भी पढ़ें: Naba Das Murder Case: तीन महीने बाद भी ओडिशा के मंत्री की हत्या के मकसद को लेकर रहस्य बरकरार
संबलपुर के पुलिस अधीक्षक बी गंगाधर ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘नफरत भरे संदेश साझा करते पाए गए लोगों से पूछताछ की गई तथा उन्हें आगाह किया गया। हमने दो सोशल मीडिया समूहों के एडमिन को सदस्यों को इस तरह के संदेश साझा करने देने को लेकर आगाह किया.’’
गंगाधर ने कहा, ‘‘इन लोगों को पीआर बॉन्ड पर हस्ताक्षर कराने के बाद रिहा कर दिया गया है. हमने एक सोशल मीडिया निगरानी प्रकोष्ठ बनाया है और हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर व्यापक नजर रख रहे हैं.’’ एसपी ने लोगों से सोशल मीडिया का जिम्मेदारीपूर्वक इस्तेमाल करने और नफरत भरे भाषण पोस्ट करने से बचने की भी अपील की.
संबलपुर जिले में हिंसा के बाद 13 अप्रैल को इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। शहर में कर्फ्यू भी लगा दिया गया था। स्थिति के सामान्य होने के बाद मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई थीं.
गंगाधर ने बताया कि शहर में स्थिति सामान्य हो रही है और हिंसा के संबंध में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘चार पुलिस थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया है और दो पुलिस थानों के क्षेत्राधिकार में कर्फ्यू लागू है, जिसे स्थिति की समीक्षा करने के बाद हटा लिया जाएगा.’’ इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि भाजपा द्वारा गठित चार सदस्यीय संसदीय दल हनुमान जयंती हिंसा की जांच करने के लिए दो मई को राज्य का दौरा करेगा.
उन्होंने बताया कि दल में राज्यसभा सदस्य बृज लाल, समीर उरांव, आदित्य साहू और लोकसभा सदस्य ज्योतिर्मय सिंह महतो शामिल हैं. वे जांच करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार करेंगे.
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