नयी दिल्ली, 17 जुलाई: गर्व और दुख से भरी आवाज में अपने ‘प्रतिभाशाली’ बेटे दानिश सिद्दीकी को याद करते हुए मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी ने कहा, ‘‘वह बहुत भावुक व्यक्ति था.’’ इससे पहले अफगान समाचार चैनल ‘टोलो न्यूज’ ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि अफगानिस्तान में कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक जिले में संघर्ष के दौरान दानिश की मौत हो गई. बताया जाता है कि कंधार, खास तौर से स्पिन बोल्डक में पिछले कुछ दिनों से भीषण संघर्ष चल रहा है. भारतीय पत्रकार दानिश कंधार में संघर्ष कवर कर रहे थे.
जामिया के अवकाशप्राप्त प्रोफेसर मोहम्मद अख्तर सिद्दीकी ने कहा, ‘‘वह बहुत शांत, मृदु और प्यार करने वाला बेटा था. उसे बच्चों से बहुत प्यार था. वह बहुत भावुक था.’’ दानिश की मृत्यु की खबर आने के एक दिन बाद उनके पिता ने यह बातें कहीं. हमेशा जान को खतरे में डालने वाले दानिश के काम के बारे में बात करते हुए अख्तर सिद्दीकी ने बताया कि समय के साथ-साथ परिवार को उसके काम की आदत हो गयी थी.
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उन्होंने पीटीआई- से कहा, ‘‘शुरुआत में हम उससे कहते थे कि ऐसी नौकरी का क्या फायदा, लेकिन धीरे-धीरे हमें आदत हो गई. वह हमें बताता था कि उसे सुरक्षा मिली हुई है, और वह पूरी सुरक्षा के साथ यात्रा करता है. हमने उसे सिर्फ एहतियात बरतने को कहा था.’’