भुवनेश्वर, 19 दिसंबर ओडिशा की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने बृहस्पतिवार को कहा कि संसद में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के बीच कथित धक्का-मुक्की पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली बीजद ने कहा कि इस घटना ने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
बीजद ने एक बयान में कहा, ‘‘घटना के पीछे की सच्चाई सामने आनी चाहिए।’’
बीजद प्रवक्ता लेलिन मोहंती ने कहा कि संसद की गरिमा बनाए रखना सभी का कर्तव्य तथा जिम्मेदारी है और लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
मोहंती ने कहा, ‘‘अहिंसा के महत्व को समझते हुए बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने प्रस्ताव दिया है कि ‘अहिंसा’ शब्द को संविधान की प्रस्तावना में शामिल किया जाना चाहिए।’’
क्षेत्रीय पार्टी ने संसद में बृहस्पतिवार को हुई घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बीजद ने कहा, ‘‘इस घटना पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह विधायक हो, सांसद हो या फिर राज्यपाल का बेटा हो।’’
‘राज्यपाल के पुत्र’ का जिक्र ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास के बेटे ललित कुमार के लिए किया गया है, उन्होंने सात जुलाई को पुरी में राजभवन के एक अधिकारी पर कथित तौर पर हमला किया था।
डॉ. भीमराव अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर संसद परिसर में विपक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सांसदों के बीच धक्का-मुक्की में पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी घायल हो गए।
भाजपा ने राहुल गांधी पर वरिष्ठ सदस्य को धक्का देने का आरोप लगाया, हालांकि कांग्रेस नेता ने इस आरोप को खारिज कर दिया।
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