भागलपुर/ खगड़िया, 31 अक्तूबर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर में 1989 में हुए साम्प्रदायिक दंगों में गड़बड़ी करने वालों पर उस समय की सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद जांच की गई और पीड़ितों के साथ न्याय किया गया ।
भागलपुर, खगड़िया और सिमड़ी बख्तियारपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों को अपनी पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया । उन्होंने कहा, ‘‘ भागलपुर में 1989 में कितना बड़ा साम्प्रदायिक दंगा हुआ था । लेकिन जो गड़बड़ करने वाले लोग थे उनपर कोई कार्रवाई नही हुई ।’’
उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तब न्याय यात्रा के दौरान इस पर ध्यान दिया और आयोग बनाकर पूरे मामले की जांच करवाई ।
कुमार ने कहा, ‘‘ जो पीड़ित परिवार थे उनकी हर प्रकार से मदद करने का काम किया क्योंकि न्याय के साथ विकास ही हमारा नारा रहा है ।’’
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मुख्यमंत्री ने कहा कि दंगे में जान गंवाने वालों के आश्रितों को पहले 2500 रूपये प्रतिमाह देने का काम किया गया और अब उसे बढ़ाकर 5000 रूपये कर दिया गया है ।
तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी देने एवं अन्य वादों के परोक्ष संदर्भ में उन्होंने कहा कि इनको कुछ पता नहीं है, काम का कोई अनुभव नहीं है और कुछ भी बोलते रहते हैं ।
नीतीश ने कहा, ‘‘ कुछ लोगों को सेवा से कोई मतलब नहीं होता है, उनकी सिर्फ मेवा में ही रूचि रहती है। इसलिये इनसे सचेत रहियेगा । ’’
कुमार ने कहा कि अभी अनूसुचित जाति/जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग को काम शुरू करने के लिए दस लाख रूपये दिये जाते हैं और आगे काम करने का मौका दीजिएगा तो सबके लिए इस तरह की व्यवस्था करेंगे। इसमें पांच लाख सहायता और पांच लाख ऋण दिया जाता है ।
महिलाओं के कल्याण के लिये अपनी सरकार के कार्यो का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ जब हमें काम करने का मौका मिला तब पंचायतों एवं शहरी निकायों में महिलाओं को आरक्षण दिया । इसके अलावा अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्गो को आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि अब पंचायतों एवं शहरी निकायों में महिलाओं एवं पिछड़े वर्गो का प्रतिनिधित्व काफी बढ़ गया है ।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोशाक योजना और साइकिल योजना के तहत लड़कियों को पढ़ने का मौका मिला और अब तो लड़कों के लिए भी साइकिल योजना की शुरुआत हुई है । सरकारी नौकरी में महिलाओं के लिये आरक्षण की व्यवस्था करने का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि अब किसी भी सरकारी दफ्तर में चले जाइए, महिलाओं की संख्या काफी बढ़ी है ।
कुमार ने कहा, ‘‘ अगर बिहार आगे बढ़ा है, तो उसका सबसे बड़ा कारण महिलाओं की सहभागिता है । महिलाओं को आगे बढ़ाना हमारी प्रतिबद्धता है । ’’
नीतीश कुमार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लिये विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका समूह का गठन किया गया और आज जीविका समूह का काफी विस्तार हुआ है ।
उन्होंने रैली में आई महिलाओं से आग्रह किया कि पहले मतदान करें और फिर घर खाना बनायें और घर के लोगों को भी मतदान करने के लिये भेजें ।
राजद के शासनकाल का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले न पढ़ाई की व्यवस्था थी, न इलाज का इंतजाम था और न लोगों के आने जाने की सुविधा थी और शाम के बाद लोगों की घर से निकलने की हिम्मत नहीं होती थी। कुमार ने कहा कि सत्ता में आने के बाद सबसे पहले उन्होंने कानून का राज स्थापित किया ।
उन्होंने कहा कि हमें आगे काम करने का मौका मिला तो हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचा देंगे। गांव में सोलर लाइट की व्यवस्था करेंगे । नई टेक्नोलॉजी को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे, सभी युवक-युवतियों को इसका प्रशिक्षण देंगे ।
दीपक
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