नयी दिल्ली, 16 दिसंबर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत और आर्मीनिया के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंधों को याद करते हुए सोमवार को कहा कि दोनों देशों में द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने की जरूरत है।
आर्मीनिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान मुर्मू ने वैश्विक बहुपक्षीय मंचों पर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग का उल्लेख किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में आर्मीनिया की सदस्यता और तीनों 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन' में उसकी भागीदारी की तारीफ की।
आर्मीनिया गणराज्य की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एलेन सिमोनियन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने यहां राष्ट्रपति भवन में मुर्मू से मुलाकात की।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने भारत और आर्मीनिया के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंधों और लोकतंत्र के साझा मूल्यों पर आधारित बहुआयामी समकालीन रिश्तों को याद किया।
बयान के अनुसार, मुर्मू ने "विभिन्न विकास साझेदारी कार्यक्रमों" के माध्यम से आर्मीनिया में क्षमता निर्माण और कौशल विकास में योगदान जारी रखने की भारत की इच्छा जाहिर की।
बयान में कहा गया है कि मुर्मू ने द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने और दोनों देशों के बीच भौतिक एवं वित्तीय संपर्क बढ़ाने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला।
बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि नियमित संसदीय संवाद एक-दूसरे की शासन प्रणालियों और कानूनों की समझ बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि आर्मीनिया के संसदीय प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा "हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा।"
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)