विदेश की खबरें | नाटो के नए महासचिव मार्क रूट पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली यात्रा पर यूक्रेन पहुंचे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

रूट ने कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। नाटो प्रमुख के दौरे के बीच कीव में हवाई हमले के सायरन दो बार बजाए गए।

नाटो के नए प्रमुख ने फरवरी 2022 से रूस के बड़े पैमाने पर आक्रमण का मुकाबला कर रहे यूक्रेन के लिए पश्चिमी देशों का समर्थन बढ़ाने में मदद करने का संकल्प जताया।

रूट ने भरोसा जताया कि नवंबर में नाटो के सबसे शक्तिशाली सदस्य अमेरिका का नया राष्ट्रपति चुने जाने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ वह काम कर सकते हैं। यूक्रेन के लिए पश्चिमी देशों का समर्थन जारी रखने की दिशा में नाटो प्रमुख का यह दौरा महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अगले हफ्ते जर्मनी के रैमस्टीन एयर बेस पर नाटो की होने वाली बैठक से पहले युद्ध को लेकर यूक्रेन की आगामी रणनीति पर रूट से चर्चा की।

जेलेंस्की और रूट ने युद्ध के मैदान की स्थिति और यूक्रेनी सैन्य इकाइयों की विशिष्ट आवश्यकताओं पर भी चर्चा की। जेलेंस्की ने दोहराया कि यूक्रेन को और अधिक हथियारों की जरूरत है।

उन्होंने पश्चिमी देशों से अपील की कि वे रूस के भीतर तक हमला करने के लिए यूक्रेन द्वारा पश्चिमी देशों से प्राप्त किए गए लंबी दूरी के हथियारों के इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा दें।

रूट ने यूक्रेन के प्रति नाटो के अटूट समर्थन को दोहराया तथा इस बात पर जोर दिया कि ‘‘यूक्रेन पहले से कहीं अधिक नाटो के करीब है।’’

नाटो प्रमुख की यात्रा के दौरान यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में पांच मंजिला एक इमारत पर रूसी ग्लाइड बम से हमला हुआ, जिसमें तीन साल की बच्ची समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए।

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