Pakistan: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भूकंप से 80 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त
प्रतीकात्मक तस्वीर (File Photo)

इस्लामाबाद, 7 मई : पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान प्रांत में 5.2 तीव्रता के भूकंप से खुजदार जिले में कम से कम 80 मकान ढह गए जिसके चलते 200 से अधिक परिवार बेघर हो गए. मीडिया की खबरों में शनिवार को यह जानकारी दी गई. मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र औरनाजी के पास था और शुक्रवार को दिन में 11 बजकर 55 मिनट पर झटका महसूस किया गया. ‘डॉन’ अखबार के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि भूकंप करीब आधे मिनट तक महसूस किया गया, जिससे घबराए हुए लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर खुले में भागे. बड़े झटकों के बाद थोड़े अंतराल पर कम तीव्रता के झटके महसूस किए गए. खुजदार के उपायुक्त सेवानिवृत्त मेजर इलियास किबजई ने ‘डॉन’ अखबार को बताया, ‘‘औरनाजी का एक बड़ा क्षेत्र भूकंप से प्रभावित हुआ, जिसमें 80 से अधिक मकान ध्वस्त हो गए, जबकि 260 अन्य मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं.’’

भूकंप से वाध तहसील के नाल, जमरी, बारंग और नाचकन सोनारो लाठी गांवों में भी मकानों को नुकसान पहुंचा है. किबजई ने कहा, ‘‘भूकंप से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है क्योंकि अधिकतर लोग अपने-अपने घरों के बाहर काम में व्यस्त थे. जो लोग अंदर थे वे शुरुआती झटके के बाद अपने घरों से बाहर निकल गए.’’ उन्होंने कहा कि मकान ढहने से 200 से अधिक परिवार बेघर हो गए. भूकंप की सूचना मिलने के तुरंत बाद, भूकंप प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री भेजी गई. किबजई ने बताया कि पहाड़ी इलाका होने के कारण बचाव और राहत टीम को प्रभावित गांवों तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा. यह भी पढ़ें : पाकिस्तान ने कोविड की मौत के अनुमानों पर डब्ल्यूएचओ की ‘आधारहीन’ रिपोर्ट को किया खारिज

उपायुक्त ने कहा, ‘‘हमने दवाओं के साथ स्वास्थ्य टीम भेजी है.’’ प्रभावित परिवारों को आश्रय मुहैया कराने के प्रयास भी जारी हैं. इस बीच, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदूस बिजेंजो ने भूकंप से स्थानीय लोगों को हुए वित्तीय नुकसान पर गंभीर चिंता व्यक्त की और स्थानीय प्रशासन तथा प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत प्रभावी राहत अभियान शुरू करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्र में तंबू, कंबल और अन्य जरूरी चीजों की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है.