नयी दिल्ली, 13 जनवरी भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में बढ़ती मांग पूरी करने के लिए रियल एस्टेट डेवलपर द्वारा पिछले साल 2,200 एकड़ से अधिक के जमीन के सौदे किए। सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
रियल एस्टेट सलाहकार फर्म सीबीआरई की रिपोर्ट से पता चलता है कि वर्ष 2024 में 2,200 एकड़ से अधिक भूमि सौदे हुए जबकि इससे पहले वर्ष 2023 में लगभग 1,900 एकड़ जमीन के सौदे हुए थे।
पिछले साल हुए कुल भूमि सौदों में से लगभग 2,000 एकड़ के सौदे देश के आठ प्रमुख बाजारों- दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता एवं अहमदाबाद में हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2024 में खरीदी गई जमीन में से लगभग 1,200 एकड़ भूमि आवासीय परियोजनाओं, लगभग 580 एकड़ भूमि औद्योगिक एवं गोदाम पार्कों के लिए और 200 एकड़ भूमि डेटा केंद्रों के लिए है।
सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका खंड के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में भूमि सौदों में उल्लेखनीय वृद्धि भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाती है।’’
उन्होंने कहा कि बढ़ते शहरीकरण, अनुकूल नीतियों और घर खरीद पाने की बढ़ती क्षमता के कारण आवासीय क्षेत्र में तेजी आ रही है। इसके अलावा डेटा केंद्रों और कार्यालय स्थानों में वृद्धि डिजिटल एवं कॉरपोरेट बुनियादी ढांचे के केंद्र के रूप में भारत की भूमिका को रेखांकित करती है।
सौदों की संख्या के मामले में दिल्ली-एनसीआर करीब 40 सौदों के साथ सबसे आगे रहा। आठ प्रमुख आवासीय बाजारों में करीब 135 जमीन सौदे हुए।
क्रेडाई एनसीआर के महासचिव गौरव गुप्ता ने कहा, ‘‘अपनी रणनीतिक स्थिति और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ एनसीआर में और भी अधिक निवेश एवं विकास देखने को मिलेगा।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)