साहिबाबाद (उत्तर प्रदेश), 20 अक्टूबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (आरआरटीएस) का पहला चरण दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के क्षेत्रों को जोड़ेगा. मोदी ने 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के प्राथमिकता वाले खंड पर यहां पहली ‘नमो भारत’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अगले 12-18 महीने में जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी, तब भी वह लोगों की सेवा में उपलब्ध रहेंगे. पहला चरण साहिबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशन को जोड़ता है और यह राष्ट्रीय राजधानी के बाहर 17 किलोमीटर का खंड है.
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बेंगलुरु में भी दो मेट्रो रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित कीं. प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की मौजूदगी में कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि भारत की पहली ‘रैपिड’ रेल सेवा ‘नमो भारत’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है.’’ सिद्धरमैया डिजिटल माध्यम से इस समारोह में शामिल हुए. मोदी ने कहा, ‘‘ ‘नमो भारत’ ट्रेन आरआरटीएस के पहले चरण में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के कई हिस्सों को जोड़ेंगी.’’ यह भी पढ़ें : स्मृति ईरानी ने रेलवे स्टेशनों के नाम मंदिरों, महापुरुषों के नाम पर रखने के लिए पत्र लिखे
उन्होंने कहा कि दिल्ली और मेरठ के बीच 82 किलोमीटर का पूरा हिस्सा अगले एक से डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने चार साल पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ क्षेत्रीय गलियारा परियोजना की आधारशिला रखी थी. आज साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक ‘नमो भारत’ ट्रेन सेवाएं शुरू हो गई हैं. मैंने पहले भी कहा था और आज भी कहता हूं- जो परियोजना हम शुरू करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘जब एक या डेढ़ साल बाद यह दिल्ली-मेरठ मार्ग पूरा हो जाएगा तब भी मैं आपकी सेवा में उपलब्ध रहूंगा.’’