छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 20 सितंबर : महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार उसके फैसलों का विरोध करने के कारण मुख्य सचिव सुजाता सौनिक पर इस्तीफा देने का दबाव डाल रही है. दानवे ने राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को पत्र लिखकर यह दावा किया और मामले में जांच की मांग की. उन्होंने पत्र की एक प्रति सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा की है. पत्र के अनुसार, दानवे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के फैसलों से असहमत होने के कारण वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी पर इस्तीफा देने का दबाव डाला जा रहा है.
शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना- यूबीटी) के नेता दानवे ने कहा कि सुजाता सौनिक एक ईमानदार अधिकारी हैं, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के ‘‘कट और कमीशन के चलन’’ को बर्दाश्त नहीं करतीं. दानवे ने अपने पत्र में दावा किया कि अगर सुजाता सौनिक इस्तीफा देती हैं तो उनके पति एवं पूर्व मुख्य सचिव मनोज सौनिक को महत्वपूर्ण पद दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि अगर वह इस प्रस्ताव को अस्वीकार करती हैं, तो मनोज सौनिक को फंसाए जा सकने की आशंका है. यह भी पढ़ें : Kolkata Fatafat Result Today: 20 सितंबर, 2024 के लिए Kolkata FF परिणाम घोषित, सट्टा मटका जैसे इस लॉटरी गेम के विजेता नंबर और परिणाम चार्ट की जांच करें
शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि महिला आईएएस अधिकारियों वी. राधा और आई. ए. कुंदन को भी राज्य सरकार की नीतियों से असहमति जताने के कारण अलग-थलग कर दिया गया है. राज्य के आईएएस अधिकारियों में काफी असंतोष है. पत्र के अनुसार, उन्होंने इन मामलों में जांच की भी मांग की.