विदेश की खबरें | वामपंथी उम्मीदवार यामांडू ओरसी उरुग्वे के नए राष्ट्रपति चुने गए
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

राष्ट्रपति पद के चुनाव में ओरसी से अत्यंत नजदीकी मुकाबले के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार इवारो डेलगाडो ने मतगणना जारी रहने के बावजूद हार स्वीकार कर ली। इसके साथ ही उरुग्वे उन देशों में शामिल हो गया है, जहां इस साल हुए चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।

ओरसी ने अपने समर्थकों की विशाल भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के देश ने एक बार फिर विजय प्राप्त की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा राष्ट्रपति बनूंगा, जो राष्ट्रीय संवाद का बार-बार आह्वान करेगा, जो एक अधिक एकीकृत समाज और देश का निर्माण करेगा।’’

जैसे ही प्रारंभिक ‘एग्जिट पोल’ में कामगार वर्ग से संबंध रखने वाले और इतिहास के पूर्व शिक्षक ओरसी (57) को डेलगाडो पर बढ़त मिलती दिखाई दी, तो मोंटेवीडियो के समुद्र तटों पर उनके समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। उरुग्वे के ‘ब्रॉड फ्रंट’ गठबंधन के नेता ओरसी दो बार मेयर रह चुके हैं।

डेलगाडो ने रविवार को अपने समर्थकों से कहा, ‘‘दुख है कि चुनाव में हम हार गए, लेकिन बिना किसी अपराध बोध के हम विजेता को बधाई देते हैं।’’

लगभग सभी मतों की गिनती के बाद निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि ओरसी को 49.8 प्रतिशत मत प्राप्त हुए, जबकि डेलगाडो को 45.9 प्रतिशत मत मिले।

वाम गठबंधन ‘ब्रॉड फ्रंट’ ने ‘एक्स’ पर एक बयान जारी कर ओरसी को राष्ट्रपति घोषित किया।

पिछले महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव में ‘कंजर्वेटिव’ दलों के सत्तारूढ़ गठबंधन और वाम एवं मध्यमार्गी दलों के विपक्षी गठबंधन के स्पष्ट बहुमत हासिल करने में नाकाम रहने के बाद रविवार को दूसरे दौर का मतदान कराया गया, जिसमें ओरसी विजयी रहे।

इस चुनाव में गर्भपात का कानूनी अधिकार, समलैंगिक शादी और गांजा बिक्री अहम चुनावी मुद्दे बनकर उभरे हैं।

ओरसी की सरकार एक मार्च 2025 से कार्यभार संभालेगी।

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