देश की खबरें | एलएसी: अरुणाचल में 30 किलोमीटर दूर से दुश्मन को मार गिराने वाली एम-77 हॉवित्जर तोपों की तैनाती

नामसई (अरुणाचल प्रदेश), आठ सितंबर भारतीय सेना ने चीन से जारी गतिरोध के बीच अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाई जा सकने वाली ‘एम-777 अल्ट्रा लाइट’ हॉवित्जर तोपों की तैनाती की है। सेना के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

यह तोप 30 किलोमीटर दूर तक मार करके दुश्मन को धराशायी करने में सक्षम है।

लद्दाख सेक्टर के कई संवेदनशील इलाकों में हॉवित्जर तोप तैनात किए जाने के बाद अब अरुणाचल प्रदेश के अग्रिम स्थानों पर इसकी तैनाती करके सेना ने अपनी मारक क्षमता में इजाफा किया है।

जून 2020 में गलवान घाटी संघर्ष के बाद से लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी एलएसी के साथ सभी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत अपनी समग्र सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है। गलवान घाटी संघर्ष के कारण भारत-चीन की सेनाओं के बीच तनाव बहुत बढ़ गया।

सेना के अधिकारियों ने कहा कि एम-777 हॉवित्जर की तैनाती के साथ मानव रहित हवाई वाहनों, सैन्य विमानों और निगरानी उपकरणों समेत अतिरिक्त हवाई संसाधानों की तैनाती से अरुणाचल प्रदेश में भारत की सैन्य तैयारियों में बढ़ोतरी हुई है।

सेना को पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तोपों के परिवहन में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, लेकिन अल्ट्रा-लाइट हॉवित्जर की तैनाती से इस चुनौती का समाधान हो गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई- को बताया, ‘‘अल्ट्रा-लाइट एम-777 को चिनूक हेलीकॉप्टरों के माध्यम से जल्द ले जाया जा सकता है। अब हमारे पास परिचालन आवश्यकताओं के आधार पर उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की सुविधा है।’’ उन्होंने कहा कि अब देश किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।

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