चंडीगढ़, 21 अक्टूबर जम्मू कश्मीर के गांदरबल में आतंकवादी हमले में मारे गए सात लोगों में से एक गुरमीत सिंह को आतंकियों की गोली उस समय लगी जब वह अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहे थे। यह जानकारी उनके पिता ने सोमवार को दी।
रविवार को गुंड में एक निर्माणाधीन सुरंग पर हुए आतंकवादी हमले में कश्मीर के एक चिकित्सक और छह गैर-स्थानीय मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए।
गुरमीत सिंह (45) पंजाब के गुरदासपुर जिले के सखोवाल गांव के रहने वाले थे और एक कंपनी में निर्माण मजदूर के रूप में काम करते थे।
गुरमीत के पिता धरम सिंह ने कहा, "जब यह घटना हुई, तब वह मोबाइल फोन पर अपनी पत्नी से बात कर रहा था... उसने अपनी पत्नी को बताया कि उसे गोली लग गयी है।"
धरम सिंह ने बताया कि परिवार को बाद में बताया गया कि उसकी मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि गुरमीत पिछले पांच वर्षों से कश्मीर में रह रहा था और कई वर्षों से कंपनी से जुड़ा हुआ था।
एक अन्य रिश्तेदार ने कहा कि गुरमीत की कमाई से परिवार का खर्च चलता था और उन्होंने राज्य सरकार से उन्हें हरसंभव सहायता देने का आग्रह किया।
रिश्तेदार ने बताया कि गुरमीत के परिवार में पत्नी, दो बेटियां, एक बेटा और माता-पिता हैं।
आतंकी हमले में गुरमीत की मौत से उसके परिवार के सदस्य गमगीन हैं।
रविवार को जब गांदरबल के गुंड में एक सुरंग परियोजना पर काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी देर शाम अपने शिविर में लौट रहे थे तभी आतंकवादियों ने हमला कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की संख्या कम से कम दो थी।
उन्होंने बताया कि आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की।
अधिकारियों ने बताया कि दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य और एक चिकित्सक की बाद में मौत हो गई।
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