लखनऊ, 14 जनवरी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन द्वारा जारी विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की पहली सूची पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस सूची के जरिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपराधियों, गुंडों और दंगाइयों का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मुख्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी बयान में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ''सपा और रालोद गठबंधन की विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की पहली सूची के माध्यम से अखिलेश यादव ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपराधियों, गुंडों और दंगाइयों का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हैं। इससे यह भी पता चलता है कि सपा का सरकार बनाने का मतलब है, प्रदेश में फिर से दंगा राज, गुंडा राज और अपराधी राज।''
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रही सपा और रालोद ने बृहस्पतिवार देर शाम 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जिसमें सपा के 10 और रालोद के 19 उम्मीदवार शामिल हैं।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में आरोप लगाया कि सपा प्रत्याशियों की इस पहली सूची में ही कैराना (शामली) से पलायन के आरोपियों, दंगाइयों, गुंडों और हिस्ट्रीशीटरों को टिकट दिया गया है। उन्होंने सपा प्रमुख से सवाल किया, ''वह बताएं कि अपने गठबंधन से प्रदेश की जनता को क्या सन्देश देना चाहते हैं? अखिलेश बताएं कि क्या वह प्रदेश में फिर से मुज़फ्फरनगर जैसा दंगा और कैराना जैसे पलायन की स्थिति पैदा करना चाहते हैं?''
उन्होंने दावा किया, ''सपा-रालोद गठबंधन के चरित्र के खिलाफ भाजपा अभियान चलाएगी और जनता के बीच सन्देश देने का काम भी करेगी।’’
अपने बयान में कई उम्मीदवारों का नाम गिनाते हुए मौर्य ने उन्हें हिस्ट्रीशीटर, भगोड़ा, अपराधी करार दिया। मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार में अपराधी थर-थर कांपते हैं लेकिन सपा ने इस सूची के ज़रिये ट्रेलर दिखाया है कि वह प्रदेश में गुण्डाराज और दंगाराज कि वापसी कराने का मंसूबा पाले हुए है।
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