उत्पादन बढ़ाने के लिए आईओसी ने असम के दो बॉटलिंग संयंत्रों में रात पाली शुरू की
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गुवाहाटी, 12 अप्रैल प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत अगले तीन महीनों में लाभार्थियों को नि:शुल्क तीन सिलेंडर देने की सरकार की योजना की घोषणा के बाद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन एलपीजी की मांग में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने रविवार को कहा कि अतिरिक्त उत्पादन बढ़ाने के लिए अब दो मुख्य संयंत्रों में रात में भी काम होगा।

नि:शुल्क रसोई गैस सिलेंडर मुहैया कराना कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए वित्त मंत्री द्वारा घोषित पैकेज का हिस्सा था।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मार्च की तुलना में चालू महीने के लिए देश भर में एलपीजी मांग में 57 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। यह असम के लिए 70 प्रतिशत और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए 45 प्रतिशत है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत एलपीजी ग्राहकों को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार ने गरीबों को अप्रैल, मई और जून माह में तीन 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर मुफ्त में देने का फैसला किया है।

इस बीच, कंपनी ने एक बयान में घोषणा की कि उसने उत्तरी गुवाहाटी और सिलचर में दो प्रमुख एलपीजी बॉटलिंग प्लांटों में रात्रि पाली में काम शुरू करके पूर्वोत्तर क्षेत्र में बॉटलिंग क्षमता बढ़ा दी है।

   आईओसी के मुख्य महाप्रबंधक (इंडियनऑयल-एओडी) जी रमेश ने कहा, "उत्तरी गुवाहाटी और सिलचर में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक तीसरी पाली रसोई गैस सिलेंडर की उपलब्धता बढ़ाने के लिए शुरू की गई है।"

इससे पहले इन प्लांटों में सुबह छह से दोपहर दो बजे, और दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक दो पालियों में काम होता था।

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