देश की खबरें | भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी सांसदों का हस्तक्षेप अस्वीकार्य: एपीएससीसी

श्रीनगर, 16 जनवरी कश्मीर में ऑल पार्टीज सिख कोऑर्डिनेशन कमेटी (एपीएससीसी) ने बृहस्पतिवार को ब्रिटिश लेबर पार्टी के नेता तनमनजीत ढेसी पर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।

ढेसी ने ब्रिटेन के ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में, 1984 में 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' के दौरान प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर के नेतृत्व वाली ब्रिटिश सरकार की भूमिका की जांच की मांग की है।

एपीएससीसी के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रैना ने एक बयान में कहा, "हम अपने देश के आंतरिक मामलों में विदेशी सरकारों और सांसदों द्वारा हस्तक्षेप की सराहना नहीं करते।"

रैना ने कहा कि सिख समुदाय हमेशा से भारत के संबंध में पाकिस्तानी सरकार के बयानों की आलोचना करता रहा है, खासकर तब जब बात देश में अल्पसंख्यकों के मामलों की हो।

उन्होंने कहा, “यही बात ब्रिटिश सांसद द्वारा व्यक्त किए गए विचारों पर भी लागू होती है, भले ही वह सिख समुदाय से हैं। हमारे देश के बारे में विदेशी नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों को हर भारतीय नागरिक खारिज करता है।"

रैना ने कहा कि देश में राजनीतिक और आर्थिक असमानताएं हो सकती हैं लेकिन "हम लोकतांत्रिक तरीके से उनसे लड़ेंगे। हम पड़ोसी देशों से किसी भी तरह का हस्तक्षेप कभी स्वीकार नहीं करेंगे।"

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)