मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शुक्रवार को निवेशकों को आश्वासन दिया कि देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर रिटर्न की दर बहुत अधिक है और उन्हें इस क्षेत्र में किए जाने वाले अपने निवेश की चिंता नहीं करनी चाहिए. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, "आंतरिक रिटर्न की दर (आईआरआर) बहुत अधिक है और इसलिए परियोजना के आर्थिक रूप से व्यवहारिक (देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं) के साथ कोई समस्या नहीं है." सरकार सड़क परियोजनाओं में आम लोगों से निवेश की योजना पर कर रही विचार: गडकरी
उन्होंने ‘राजमार्ग, परिवहन और लॉजिस्टिक्स में निवेश के अवसर’ विषय पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में यह बात कही. गडकरी ने कहा कि 1,600 करोड़ रुपये की लागत से बने मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे का पहले 3,000 करोड़ रुपये और बाद में 8,000 करोड़ रुपये में बाजार पर चढ़ाया गया.
उन्होंने कहा कि सरकार तब तक परियोजनाओं का आवंटन नहीं करती जब तक कि 90 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण नहीं हो जाता और वन एवं रेल संबंधी मंजूरी नहीं मिल जाती.
1995 में मेरे इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट विजन पर सब हस रहें थे- नितीन गडकरी
#WATCH | Today's conference in Mumbai reminds me of my time as state minister in 1995, when I rejected a tender by Reliance for the Mumbai-Pune express highway. Dhirubhai (Ambani) was there at that time, and he was very upset with me:Union Minister Nitin Gadkari said y'day (1/3) pic.twitter.com/AVMgLmQfyp
— ANI (@ANI) December 18, 2021
गडकरी ने निवेशकों को आश्वासन दिया कि सभी मंजूरियों के साथ, देश में किसी भी बुनियादी ढांचा परियोजना के ठप होने की आंशका कम है.
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