नयी दिल्ली,15 सितंबर: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन अभूतपूर्व और ऐतिहासिक आम सहमति बनाकर भारत ने विश्व को एक मजबूत संदेश दिया. जी20 के सदस्य देशों ने नौ सितंबर को नयी दिल्ली घोषणापत्र अपनाया, जिसे रूस-यूक्रेन युद्ध जारी रहने के मुद्दे पर अलग-अलग वैश्विक विचारों के बीच एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है.
गोयल ने स्वच्छ ऊर्जा पर उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,‘‘बहुत ही विखंडित विश्व के प्रत्येक वैश्विक नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जी20 की भारत की अध्यक्षता की सफलता चाहते थे, और हमने शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक आम सहमति बना कर विश्व को यह मजबूत संदेश दिया कि भारत ने इसे कर लिया है.’’
उन्होंने कहा कि विश्व ने भारत के सामर्थ्य को भी देखा है, चाहे वह कोविड महामारी हो या यूक्रेन संघर्ष से उभरी चुनौतियां हों. मंत्री ने कहा, ‘‘...विश्व ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को देखा, विश्व को एक बेहतर समझौता मुहैया करने में सक्षम 140 करोड़ भारतीयों के सामर्थ्य को देखा.’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने भारत को एक वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करने की कोशिश का समर्थन किया, और दुर्भाग्य से इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई.
मंत्री ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी कंपनियों को सहयोग और साझेदारी के जरिये वैश्विक कंपनियों के साथ जुड़ने पर विचार करना चाहिए. गोयल ने कृषि उत्पाद निर्यातों के बारे में कहा कि कृषि से संबद्ध निर्यात पिछले साल 50 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर गया और आने वाले वर्षों में इसके और बढ़ने की उम्मीद है.
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