नागपुर, 20 नवंबर: महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि अगर राज्य के मंदिरों से दानपेटियां हटाई जाती हैं तो वहां से पुजारी नदारद हो जाएंगे. कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने रविवार को परभनी शहर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर मंदिरों से दानपेटियां हटाई जाती हैं तो वहां कोई पंडित नहीं रहेगा. वे मंदिरों से चले जाएंगे.’’ सोमवार को नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अपने इस बयान पर कायम हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर दानपेटियां हटा ली जाती हैं तो मंदिरों में केवल भगवान रहेंगे, पुजारी नहीं.’’ परभनी के कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि अगर डॉ बी आर आंबेडकर ने मौजूदा हालात में बौद्ध धर्म की जगह इस्लाम अपनाया होता तो भारत दो हिस्सों में बंट जाता. उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह धर्मों को एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाया जाता है और जातियों को जातियों के खिलाफ लड़ाया जाता है. अगर बाबासाहेब ने इस्लाम जैसा कोई दूसरा धर्म अपनाया होता तो देश दो हिस्सों में बंट जाता.’’
वडेट्टीवार ने कहा, ‘‘दिल्ली में बैठे लोगों की सोच इस देश को तोड़ने की है. लेकिन, बाबासाहेब की विचारधारा देश में शांति और समृद्धि लाने की थी और इसलिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया था. हम इसे भूल नहीं सकते.’’सोमवार को दिए अपने बयानों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके बयानों का संदर्भ मौजूदा हालात से है जहां समाज में नफरत का माहौल है और उनकी टिप्पणी अतीत के संदर्भ में नहीं है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)