पुणे (महाराष्ट्र), 1 जनवरी : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि राज्य में अब तक 10 से अधिक मंत्री और कम से कम 20 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं और यदि कोविड-19 के नए मामले बढ़ते रहे तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं. राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 8,067 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद पवार ने यह बयान दिया है. शुक्रवार को सामने आए नए मामले बृहस्पतिवार को सामने आए नए मामलों से 50 प्रतिशत अधिक रहे. उन्होंने कोरेगांव-भीमा युद्ध की 204वीं वर्षगांठ के अवसर पर पेरने गांव में जयस्तंभ स्मारक का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने विधानसभा सत्र को हाल में छोटा कर दिया. अभी तक 10 मंत्री और 20 से अधिक विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. हर कोई नववर्ष, जन्मदिन और अन्य समारोहों में भाग लेना चाहता है.
यह बात ध्यान रखिए कि नया स्वरूप (ओमीक्रोन) तेजी से फैलता है और इसलिए, सावधानी बरतने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आग्रह किया है और कुछ राज्यों ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है. महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में मामले बढ़ रहे हैं.’’ पवार ने और प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना के बारे में सवाल किए जाने पर जवाब दिया कि राज्य सरकार मरीजों की बढ़ती संख्या पर नजर रख रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यदि मरीजों की संख्या बढ़ती रही, तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएंगे. कड़े प्रतिबंधों से बचने के लिए हर व्यक्ति को नियमों का पालन करना चाहिए.’’ महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों में पिछले 12 दिन से लगातार वृद्धि हो रही है. महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में मामलों में वृद्धि को देखते हुए खुले या बंद स्थानों पर समारोहों में लोगों के एकत्र होने की संख्या 50 तक सीमित कर दी है. मुंबई में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 5,631 नए मामले सामने आए. पिछले दिन के मुकाबले संक्रमण के नए मामलों में 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. नए मामलों के सामने आने के साथ मुंबई में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,85,110 हो गई है. यह भी पढ़ें : Pakistan: पाकिस्तान का तीर्थयात्रा के लिए लोगों का चयन गैर-पारदर्शी- सूत्र
पवार ने कहा कि सरकार ने हाल में कहा था कि कोरेगांव-भीमा युद्ध की वर्षगांठ पर श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल आने वाले लाखों लोगों की सुविधा के लिए स्मारक (जयस्तंभ) के पुनर्विकास के वास्ते भूमि अधिग्रहित की जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे कदम उठाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा बैलगाड़ी दौड़ कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार किए जाने और पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल द्वारा इसका आयोजन किए जाने की घोषणा करने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ‘‘(कोविड-19 कार्य बल की) बैठक के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्य सचिव को सभी जिलाधिकारियों को यह आदेश जारी करने का निर्देश दिया कि वैश्विक महामारी की एक अन्य लहर को रोकने के लिए जनसभाओं से बचा जाए. इसी के आधार पर व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए अनुमति देने से इनकार किया गया होगा. न केवल शिवाजी अधलराव पाटिल, बल्कि बैलगाड़ी दौड़ आयोजित करने के हर समर्थक को (कोविड-19 की तीसरी लहर के) बढ़ते खतरे को भी ध्यान में रखना चाहिए.’’