जम्मू, 15 दिसंबर जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले मार्ग पर प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ रविवार को सैकड़ों लोगों ने कटरा के मुख्य बाजार में रैली निकाली और श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की।
कटरा जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर है।
यह रैली शालीमार पार्क से शुरू हुई और बस पड़ाव पर समाप्त हुई जिसमें पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा शामिल हुए।
इसमें भाग लेने वाले लोगों ने रोपवे विरोधी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के बाद पिछले महीने दर्ज की गई प्राथमिकी के संबंध में गिरफ्तार लोगों की रिहाई की भी मांग की।
रोपवे परियोजना के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रही ‘श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति’ के एक नेता ने बताया कि समिति ने अपनी मांगों के समर्थन में 18 दिसंबर को कस्बे में पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है।
पिछले महीने श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 250 करोड़ रुपये की यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया था जिसके बाद दुकानदारों, मजदूरों और इस मार्ग पर काम करने वाले टट्टू और पालकी मालिकों ने चार दिनों तक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था। इन लोगों को डर है कि इससे उनकी आजीविका छिन जाएगी।
पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदर्शनकारी मंदिर बोर्ड के खिलाफ नहीं बल्कि रोपवे परियोजना के खिलाफ हैं।
वैष्णो देवी ट्रेक मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल ने कहा कि समिति के पांच सदस्य 18 दिसंबर को कटरा बंद के दौरान भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उपराज्यपाल या गृह मंत्री से लिखित आश्वासन चाहते हैं कि कोई रोपवे नहीं बनाया जाएगा।’’
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