नई दिल्ली: उत्तर भारत में ठंड का सितम बढ़ता जा रहा है. पहाड़ों के साथ-साथ मैदानों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. रविवार को दिल्ली-NCR, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. न्यूनतम तापमान कुछ जगहों पर 1.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोगों को हड्डियां कंपा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ा.
दिल्लीवासियों की सुबह रविवार को ठिठुरन के साथ शुरू हुई. सफदरजंग वेधशाला, जो दिल्ली का प्रमुख मौसम केंद्र है, ने न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो पिछले 24 घंटों में 3 डिग्री की गिरावट दर्शाता है. पालम इलाके में तापमान थोड़ा बेहतर 6.2 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन ठंड का असर यहां भी खूब महसूस किया गया.
शीतलहर की चेतावनी
मौसम विभाग ने कहा कि 15 से 19 दिसंबर तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति जारी रहने की संभावना है, जबकि राजस्थान में 17 से 20 दिसंबर तक ऐसी ही स्थिति रहेगी.
पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में भी ठंड की स्थिति देखी गई, जहां तापमान 8-14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. जबकि अधिकांश क्षेत्रों में 1-2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई.
पंजाब और हरियाणा में भीषण ठंड
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्से भीषण ठंड की चपेट में रहे. पंजाब के फरीदकोट ने इस सीजन का सबसे कम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. बठिंडा और गुरदासपुर में तापमान क्रमशः 4.6 डिग्री सेल्सियस और 2 डिग्री सेल्सियस रहा.
हरियाणा के हिसार में पारा 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि नारनौल में यह 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते दिखे, लेकिन बढ़ती ठिठुरन ने आम जनजीवन को प्रभावित किया. उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया.
घने कोहरे की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 16 और 17 दिसंबर को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में घना कोहरा छा सकता है. इसके चलते दृश्यता कम हो सकती है, जिससे यातायात और रेल सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है.
कैसे करें ठंड से बचाव?
- सुबह और रात के समय बाहर निकलने से बचें.
- गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और खुद को पूरी तरह ढकें.
- गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें.
- अलाव या हीटर का उपयोग करें, लेकिन सुरक्षा का ध्यान रखें.
- वाहन चलाते समय कोहरे में धीमी गति रखें और फॉग लाइट का उपयोग करें.
फसल और जनजीवन पर असर
मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के कई इलाकों में जमीन पर पाले की स्थिति से किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. ठंड के कारण आलू, सरसों और गेहूं जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है.