तिरुवनंतपुरम, 28 अगस्त : आम तौर पर कहा जाता है कि कुत्ते इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं लेकिन केरल में घरों में और सड़कों पर हाल में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिनके चलते लोगों में कुत्तों को लेकर डर पैदा हुआ है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कुत्तों के काटने के मामले बढ़े हैं और ऐसे मामले इस साल अभी तक दो लाख के करीब पहुंच चुके हैं, जो पिछले पूरे साल 2.21 लाख थे.
हालांकि कुत्तों को लेकर लोगों में भय निराधार नहीं है क्योंकि इस वर्ष अब तक रेबीज से 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से एक पलक्कड जिले का 19 वर्षीय छात्र था और टीके लगने के बावजूद उसकी मौत हो गई. कोल्लम जिले के थेवाल्लकार में रहने वाली बुजुर्ग महिला मीनाक्षीअम्मा को पिछले माह एक कुत्ते ने काट लिया था. उस वक्त वह दूध लेने जा रही थीं. यह भी पढ़ें : Noida Twin Tower Demolition: ट्विन टावर को गिराने से पहले एडीफिस कंपनी ने की महापूजा
उन्होंने ‘पीटीआई-’ से कहा कि पहले पड़ोस में कुत्ते घूमते रहते थे और उन्हें कभी डर नहीं लगा, लेकिन ‘‘अब मुझे उनसे डर लगने लगा है. कुत्ते ने जब काटा, तब बहुत दर्द हुआ. मुझे टीके की चार खुराकें दी गईं और पूरी प्रक्रिया पीड़ादायक रही.’’