नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि सेहतमंद लोगों को कोविड-19 के टीके के लिए वर्ष 2022 तक इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि स्वास्थ्य कर्मियों और संक्रमण के सबसे अधिक खतरों वालों को टीका देने में प्राथमिकता दी जाएगी।
ऑनलाइन प्रश्नोत्तर सत्र को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि वर्ष 2021 तक कम से कम एक प्रभावी टीका उपलब्ध होगा लेकिन यह सीमित संख्या में ही उपलब्ध होगा।
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उन्होंने टीका लगाने के लिए प्राथमिकता के बारे में कहा, ‘‘अधिकतर लोग सहमत होंगे कि इसकी शुरुआत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अग्रिम मोर्चो पर कार्य कर रहे लोगों से होगी लेकिन वहां भी आपको परिभाषित करना होगा कि उनमें से किसे सबसे अधिक खतरा है और उसके बाद बुजुर्गों और अन्य को टीके लगाए जाएंगे।’’
स्वामीनाथन ने कहा ‘‘बहुत तरह के निर्देश आ रहे हैं लेकिन मेरा मनाना है कि और सेहतमंद लोगों को टीका लेने के लिए वर्ष 2022 तक का इंतजार करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि कोई भी इतनी बड़ी संख्या में टीके का उत्पादन नहीं कर सकता है जितनी हमें जरूरत है।
प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा, ‘‘इसलिए वर्ष 2021 में हमारे पास टीका होगा लेकिन उनकी मात्रा सीमित होगी और हमें इस पर काम करना होगा कि कैसे देश प्राथमिकता तय करेंगे कि किसे टीका देना है।’’
स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘लोग सोचते हैं कि जनवरी या अप्रैल की पहली तारीख को टीका आ जाएगा और मुझे वह मिल जाएगा और उसके बाद आम जिंदगी शुरू हो जाएगी, लेकिन यह ऐसा नहीं होता।’’
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने मंगलवार को कहा था कि भारत उम्मीद कर रहा है कि अगले साल की शुरुआत में एक से अधिक स्रोतों से कोविड- 19 का टीका मिलेगा और सरकार पूरे देश में इसके वितरण की रणनीति पर काम कर रही है।
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