एच डी कुमारस्वामी के बेटे निखिल को चन्नपटना विस उपचुनाव के लिए राजग उम्मीदवार बनाया गया

बेंगलुरु, 24 अक्टूबर : कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) के नेता निखिल कुमारस्वामी को चन्नपटना विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का उम्मीदवार घोषित किया गया है. निखिल के पिता एवं केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद चन्नपटना विधानसभा सीट खाली हो गयी थी. निखिल (36) का मुकाबला इस क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे पूर्व मंत्री, कांग्रेस के सी.पी.योगीश्वर से है. योगीश्वर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर बुधवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे. निखिल की मां अनीता कुमारस्वामी ने 2013 में इस सीट से योगीश्वर के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. योगीश्वर को चन्नपटना निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक रूप से काफी प्रभावशाली नेता माना जाता है.

योगीश्वर के चन्नपटना उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने के बाद, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से कुमारस्वामी पर निखिल को मैदान में उतारने का दबाव बढ़ रहा था. निखिल के नाम पर अंतिम निर्णय लेने से पहले कुमारस्वामी ने पिछले कुछ दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं, विशेषकर चन्नपटना के लोगों के साथ कई बैठकें की थीं. निखिल के नाम की औपचारिक घोषणा से पहले बृहस्पतिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा के आवास पर राजग की बैठक हुई. येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम चन्नपटना उपचुनाव के लिए निखिल कुमारस्वामी को राजग उम्मीदवार घोषित करते हैं... सौ प्रतिशत वह जीतेंगे. हम सब मिलकर चन्नपटना का दौरा करेंगे और वे (निखिल) बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे.’’ यह भी पढ़ें : अजित पवार गुट के पास रहेगा NCP का सिंबल ‘घड़ी’ लेकिन डिस्क्लेमर के साथ; सुप्रीम कोर्ट का आदेश

इस अवसर पर एच डी कुमारस्वामी और निखिल के अलावा भाजपा तथा जद (एस) के कई नेता मौजूद रहे. ऐसा कहा जाता है कि कुमारस्वामी दुविधा में थे, क्योंकि निखिल चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव के आगे वह झुक गए. निखिल ने कहा कि वह पार्टी द्वारा जद(एस) के किसी स्थानीय कार्यकर्ता या नेता को उम्मीदवार बनाये जाने के पक्ष में हैं. यह जद (एस) के संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते के लिए तीसरी चुनावी लड़ाई है. निखिल ने रामनगर से 2023 में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थे.