(किशोर द्विवेदी)
लखनऊ, आठ दिसंबर नवाबों के शहर लखनऊ की सड़कें रविवार को संग्रहालय में तब्दील हो गईं। बेहद नाज़ों से सम्भाल कर रखी गयी पुराने जमाने की (विंटेज) कारों का एक बेड़ा शहर में निकला तो लोग बरबस उसकी तरफ आकर्षित हो गए।
‘अवध हेरिटेज कार क्लब’ (ओएचसीसी) द्वारा आयोजित विंटेज कार रैली के दौरान चलते-फिरते इतिहास ने लोगों का ध्यान एकाएक अपनी तरफ खींच लिया।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और एचडीएफसी बैंक के सहयोग से आयोजित इस विंटेज कार रैली में लगभग दो दर्जन पुरानी कारें शामिल हुई।
'चंद्रिका देवी हेरिटेज ड्राइव' नामक इस रैली ने गोमती नगर में पर्यटन विभाग के पर्यटन भवन से कैप्टन फार्म तक 60 किलोमीटर का रास्ता तय किया।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने ऐसे आयोजनों के व्यापक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, "लखनऊ में यह विंटेज कार रैली युवा पीढ़ी को हमारे परिवहन के इतिहास से जोड़ती है। यह हमारी विरासत को संरक्षित करने में नागरिकों के बीच रुचि भी बढ़ाती है।"
मेश्राम ने 'पीटीआई-' से कहा, "उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग इन आयोजनों में सहयोग करता है और हम बुंदेलखंड और चंबल क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसी तरह की रैलियों की योजना बना रहे हैं।"
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