हिमाचल के बिलासपुर में नशा करने वालों का पता लगाने के लिए मुफ्त बांटी जा रही मादक पदार्थ जांच किट

बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 10 जून : हिमाचल प्रदेस के बिलासपुर जिले में नशे के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए पुलिस ने एक अनोखी पहल शुरू की है, जिससे अब आम लोग एक मिनट में यह जान सकते हैं कि उनका बच्चा या परिवार का कोई सदस्य मादक पदार्थों का नशा तो नहीं कर रहा. अपने 'हर घर, सतर्क परिवार' अभियान के तहत बिलासपुर जिले में पुलिस पहली बार परीक्षण किट वितरित कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कोई व्यक्ति नशे का आदी है या नहीं. बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवल ने मंगलवार को बताया कि जिले के सभी पुलिस थानों में परीक्षण किट भेज दी गई है, ताकि युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सके.

राज्य के युवाओं में चिट्टा (मिलावटी हेरोइन) और अन्य घातक मादक पदार्थों की बढ़ती लत एक गंभीर सामाजिक और स्वास्थ्य संकट बन गई है. पुलिस ने बताया कि किट छह तरह के मादक पदार्थों की पहचान करने में सक्षम है जैसे चिट्टा, चरस, अफीम, भुक्की, स्मैक और अन्य मादक पदार्थ. पुलिस ने कहा कि इस जांच के लिए किसी मेडिकल लैब प्रक्रिया की जरूरत नहीं है. यह भी पढ़ें : DSP Hits Female Police Constable: राजस्थान के चूरू में लोगों के सामने डीएसपी ने मारा महिला कांस्टेबल की पीठ पर थप्पड़ (Watch Video)

इस किट के माध्यम से मूत्र के नमूने से यह पुष्टि की जाती है कि कोई नशे का आदी तो नहीं है. धवल ने कहा, "बिलासपुर पुलिस के पास फिलहाल 2,000 परीक्षण किट उपलब्ध हैं और प्रत्येक पुलिस थाने को 200 किट भेजी गई हैं." उन्होंने बताया कि पुलिस से मुफ्त में मिलने वाली इस किट की बाजार कीमत करीब 300 रुपये है. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, जिले की कुल 176 पंचायतों में से 40 पंचायतों को छोड़कर शेष सभी में चिट्टा खरीदने या बेचने के मामले सामने आए हैं.