शिमला, 25 नवंबर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कार्यप्रणाली पर संदेह को दूर करने के लिए मतपत्रों का इस्तेमाल कर चुनाव कराए जाने चाहिए क्योंकि तकनीक को हैक किया जा सकता है।
सुक्खू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “ईवीएम निर्माताओं ने उत्पादन बंद कर दिया है और अगर उनके कामकाज पर संदेह है तो आम जनता की मांग पर मत पत्रों का इस्तेमाल कर चुनाव कराए जाने चाहिए।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीट पर जीत हासिल की थी, जिसके कुछ दिनों मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी की।
चुनाव में विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के खाते में 46 सीटें आयीं।
सुक्खू ने कहा, “किसी भी तकनीक को हैक किया जा सकता है और यहां तक कि एलन मस्क(सोशल मीडिया कंपनी ‘एक्स’ के मालिक) ने भी यह बात कही है।”
कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शरदचंद्र पवार के कई नेताओं ने ईवीएम के कामकाज में अनियमितताओं का आरोप लगाया और दावा किया कि मशीनों के खिलाफ बड़ी संख्या में शिकायतें सामने आई हैं।
सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि इस अवधि के दौरान विभिन्न विभागों के कामकाज में बदलाव कर वह राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ले आए हैं और वह राज्य के लोगों के हित में साहसिक कदम उठाना जारी रखेंगे।
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