नयी दिल्ली, 29 दिसंबर आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को भाजपा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची में हेरफेर करने का आरोप लगाया।
राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मजबूत उम्मीदवार या मुद्दे पेश करने में विफल रहने के बाद “अनुचित तरीकों” से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है।
केजरीवाल ने कहा, “भाजपा पहले ही चुनाव हार चुकी है। उसके पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा या उचित उम्मीदवार भी नहीं है। उसका लक्ष्य केवल जोड़-तोड़ करके जीतना है, लेकिन हम उसे सफल नहीं होने देंगे।”
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने अकेले एक निर्वाचन क्षेत्र में 11,000 मतदाताओं के नाम हटाने के आवेदन दाखिल किए थे, लेकिन मुख्य निर्वाचन आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद इस कदम को रोक दिया गया। उन्होंने कहा, “हमने इसका पर्दाफाश किया और शुक्र है कि इसे रोक दिया गया।”
केजरीवाल ने कहा कि 15 दिसंबर को बड़े पैमाने पर अभियान शुरू हुआ, जिसके तहत उनके विधानसभा क्षेत्र नई दिल्ली में अब तक 5,000 मतदाताओं के नाम हटाने के आवेदन और 7,500 मतदाताओं के नाम जोड़ने के अनुरोध दाखिल किए गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि इससे निर्वाचन क्षेत्र के 12 प्रतिशत वोट बदल सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 अगस्त से 20 अक्टूबर के बीच किए गए संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद 29 अक्टूबर को प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 106,873 है।
केजरीवाल ने आरोप लगाया, “ ‘ऑपरेशन लोटस’ अब मेरे निर्वाचन क्षेत्र तक पहुंच गया है। वे चुनाव परिणाम बदलने के लिए मतदाता सूची में हेरफेर करने का प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इस तरह की हेराफेरी लोकतंत्र को कमजोर करती है। हम निर्वाचन आयोग से अपील करते हैं कि वह इस तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए अपनी सख्त निगरानी जारी रखे।”
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता जोड़ने और हटाने के आवेदनों में कथित असामान्य वृद्धि के खिलाफ नयी दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) को एक पत्र भी लिखा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "हमने डीईओ को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इन आवेदनों को हमारी उपस्थिति में सत्यापित किया जाए। इसके बिना, नाम हटाए जान को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए।"
भाजपा की तरफ से इन आरोपों पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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