लखनऊ, 1 जनवरी : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक युवक ने होटल में अपनी मां और चार बहनों को मौत के घाट उतार दिया. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार भी कर लिया है. पुलिस आरोपी युवक से पूछताछ कर रही है. इस दौरान युवक का एक वीडियो वायरल हुआ है.
लखनऊ डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि पहली जनवरी को नाका थाना क्षेत्र से सूचना मिली कि होटल शरणजीत के एक कमरे में पांच लोगों के शव मिले हैं. तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची. वहां से एक अरशद नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. वह आगरा का रहने वाला है. प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि परिवारिक कलह के चलते अपनी मां और चार बहनों की हत्या कर दी है. अग्रिम कार्यवाही की जा रही है और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. यह भी पढ़ें : भाजपा ‘आप’ की योजनाओं का विरोध करने के बजाय विकास कार्यों पर प्रतिस्पर्धा करे:संजय सिंह
मां और चार बहनों को मौत के घाट उतारने वाले युवक का वीडियो वायरल
#WATCH | #UPDATE | Mohammad Arshad, who brutally killed his four sisters and mother in Lucknow, released a video after the murders.
He claims he committed the act to protect them from being forced into prostitution by Muslim gangsters.
Arshad also accuses Islamists from his… https://t.co/b0VsxzUjd8 pic.twitter.com/08BOLBY3nY— Organiser Weekly (@eOrganiser) January 1, 2025
लखनऊ के एक होटल में आगरा के रहने वाले युवक ने मां और चार बहनों की हत्या कर दी. नए साल पर हुई दिल दहलाने वाली वारदात से हर कोई सकते में हैं. सुबह-सुबह मिली पांच हत्याओं की खबर से पुलिस में हड़कंप मच गया. शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि यह परिवार आगरा जिले के कुबेरपुर का रहने वाला है.
इस दौरान युवक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उसने कहा, "मेरा नाम अरशद है. आज बस्ती वालों की वजह से मजबूरी में हमने यह कदम उठाया. अपने हाथों से मां और बहन को मारा है. इसके जिम्मेदार बस्ती वाले हैं. हमारा घर इन लोगों ने छीनने के लिए न जाने कितने-कितने जुल्म किए. हमने आवाज उठाई तो हमारी किसी ने नहीं सुनी. 10-15 दिन हो गए, सर्दी में भटकते हुए. योगी जी से ये निवेदन है कि इन जैसे मुसलमानों को नहीं छोड़ें, पूरी बस्ती मौत की जिम्मेदार है.
"मौत के जिम्मेदार रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम खान, ड्राइवर, अहमद, अजहर और उसके और रिश्तेदार हैं, जो लड़कियों को बेचते हैं. इन लोगों का प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बेचेंगे. हम ये नहीं चाहते थे. बहुत लोगों से हमने मदद मांगी लेकिन किसी ने हमारी सुनी नहीं. हम बदायूं के रहने वाले हैं. हमारी ताई के पास सन 47 तक का प्रूफ मिल जाएगा. हम पर आरोप लगाते हैं कि हम बांग्लादेशी हैं. लेकिन बदायूं में रहने वाली हमारी ताई के पास सब कुछ मिल जाएगा. हम बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे. मंदिर बनाना चाहते थे, बहुत लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने नहीं सुनी."
आगे कहा, "पीएम मोदी, सीएम योगी हर मुसलमान एक जैसा नहीं होता है. हिंदुस्तान के अंदर फिर किसी परिवार को ऐसा नहीं करना पड़े. जीते जी नहीं तो मरने के बाद इंसाफ दे दीजिए."
उसने आगे वीडियो में कहा कि मेरे घर में मंदिर बनना चाहिए. घर का समान अनाथ आश्रम में दे दें. जो हमारी बहनों ने बड़े प्यार से सजाया था. बाप के साथ मिलकर बहनों को मारा है. न जाने कितने गरीब लोगों की बेटियां इन लोगों ने उठाकर बेच दी. हमारे पास जमीन के कागज भी हैं. उसने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि उस घर को किसी के कब्जे में न जाने दें. वहां मंदिर ही बने. आपकी मर्जी है जलाओ या दफनाओ. इनको बेरहमी से मैंने मारा है. यह मुस्लिम पता नहीं कहां से आ गए है. हाथ जोड़ के विनती है कि हमें इंसाफ दिलाओ.