नयी दिल्ली, 15 दिसंबर : दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार को उस समय स्थगित कर दी गयी जब आम आदमी पार्टी (आप) विधायक भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आसन के पास पहुंच गये. आप विधायकों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एमसीडी कर्मचारियों के नियमितीकरण का विरोध कर रही है. भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के कर्मचारियों के नियमितीकरण में भाजपा द्वारा कथित तौर पर बाधा डालने को लेकर नियम 55 के तहत अल्पकालिक चर्चा हुई. आप विधायक और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा, ‘‘एमसीडी में 15 साल तक सत्ता में रहने के दौरान भाजपा जो नहीं कर सकी, उसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केवल छह महीने में पूरा किया है.’’
पाठक ने आप के नेतृत्व वाली एमसीडी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिसमें नागरिक निकाय के कर्मचारियों को नियमित करना और महीने के पहले दिन वेतन का वितरण शामिल है. उन्होंने कहा, ‘‘एमसीडी कर्मचारी पहले सिविक सेंटर, जंतर मंतर, महापौर आवास पर विरोध प्रदर्शन करते थे. उन्हें आठ महीने से वेतन नहीं मिला था. अगस्त में, आप के सत्ता में आने के छह महीने के भीतर, कर्मचारियों को समय पर वेतन मिला. यह 13 साल बाद हुआ.’’ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा एमसीडी कर्मचारियों के नियमितीकरण का विरोध करती है और इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है. आप के अन्य विधायकों ने भी नगर निकाय में की गई पहल को लेकर केजरीवाल की प्रशंसा की. यह भी पढ़ें : Kerala Shocker: सास की बेरहमी से की पिटाई, वीडियो वायरल होने के बाद बहू गिरफ्तार
आप विधायक जय भगवान ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री को यह वादा करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि 5,000 कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा. मैं एक पार्षद और एमसीडी की स्थायी समिति का सदस्य रहा हूं, मैंने भाजपा को पांच वर्षों में 700 कर्मचारियों को नियमित करते देखा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कभी-कभी तो भाजपा दो कर्मचारियों को नियमित करती थी, कभी-कभी पांच को. मैंने भी यह मुद्दा उठाया था. लेकिन मुख्यमंत्री ने 5,000 कर्मचारियों को नियमित कर दिया. केजरीवाल एक ऐसे नेता हैं जो अपने वादों को पूरा करते हैं.’’ सदन में जब भगवान बोल रहे थे, तो आप विधायकों ने भाजपा विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए और आसन के समीप आ गये, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी.