मुंबई, 22 दिसंबर महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता, प्रवीण दारेकर ने मुंबई बैंक के निदेशक पद का चुनाव लड़ने के लिए खुद को "मजदूर" बताने का झूठा दावा किया। राज्य के मंत्री नवाब मलिक ने बुधवार को विधान परिषद को यह बताया।
उच्च सदन में मलिक ने ‘प्वाइंट ऑफ इन्फॉर्मेशन’ के तहत इस मुद्दे को उठाया।
राज्य के श्रम मंत्री ने कहा, “प्रवीण दारेकर ने खुद को मजदूर के रूप में दिखाकर मुंबई बैंक का चुनाव जीता। लेकिन वह परिषद में विपक्ष के नेता हैं। उनकी कमाई बहुत ज्यादा है और वह अच्छा-खासा कर चुका रहे हैं।”
मलिक ने कहा, “अगर वह झूठी जानकारी दे रहे हैं और चुनाव जीत रहे हैं, तो इस सदन को उन पर भरोसा क्यों करना चाहिए? उनकी हरकतें एक धोखे के सिवा कुछ नहीं हैं।”
दारेकर ने मलिक की टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कई विधायकों और मंत्रियों द्वारा झूठी सूचना फैलाई गई। इन मंत्रियों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें चुनिंदा रूप से निशाना बनाया जा रहा है।
दारेकर ने कहा, “मुझे इस मुद्दे पर चुनिंदा रूप से निशाना बनाया गया है। कई विधायक और अन्य नेता हैं जिन्होंने एक किसान के रूप में अपना व्यवसाय दिखाया लेकिन उनकी जीवन शैली एक धनी व्यक्ति की है। अगर मलिक तैयार हैं, तो ऐसी सभी धोखाधड़ी की पूरी जांच होनी चाहिए।”
विधान परिषद के अध्यक्ष रामराजे निंबालकर ने कहा कि राज्य के सहकारिता विभाग ने पहले ही इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
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