Ministry of Earth Sciences: नयी दिल्ली, सरकार ने बृहस्पतिवार को संसद में आश्वासन दिया कि देश के परमाणु संयंत्र साइबर हमले सहित विभिन्न खतरों से सुरक्षित हैं और ऐसे संयंत्रों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण में मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जाता है. परमाणु ऊर्जा मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में कहा कि देश के परमाणु संयंत्र विभिन्न खतरों से सुरक्षित हैं जिनमें साइबर हमला और सुनामी जैसे संकट भी शामिल हैं.
साइबर हमले के संदर्भ में सिंह ने कहा कि पिछले साल एक मामला सामने आया था और उसके बाद एक तंत्र स्थापित किया जिसमें कई स्तरों पर निगरानी की जाती है. उन्होंने परमाणु संयंत्रों से विकिरण के खतरे के संबंध में कहा कि अभी तक देश को ऐसी किसी स्थिति से सामना नहीं करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि संसद सहित कई मंचों पर ऐसी आशंकाएं जताई गईं और ऐसी आशंकाओं के कारण कई संयंत्रों की स्थापना में देरी भी हुई. यह भी पढ़े: Delhi AIIMS Cyber Attack: आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव बोले, NIA की जांच के बाद ही पता चलेगा, एम्स साइबर हमले के पीछे की साजिश
सिंह ने कहा कि परमाणु संयंत्रों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए भी एक मानक परिचालन प्रक्रिया है और उसका पालन किया जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसे कचरे को जमीन में 30 मीटर की गहराई में दबाया जाता है और एक प्रयास यह भी होता है कि उनका फिर से उपयोग किया जाए.
सिंह प्रश्नकाल में पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे.
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