Migraine & home remedies: माइग्रेन की असहनीय पीड़ा से राहत पाएं, ये आसान नुस्खे आजमाएं!
माइग्रेन (Photo Credits: Pixabay)

सिर दर्द एक सामान्य समस्या है. दिन भर की भागदौड़, काम की अधिकता, असमय एवं असंतुलित भोजन, तनाव, गैस, आदि के कारण सिर दर्द स्वाभाविक है. लेकिन माइग्रेन सामान्य सिर दर्द से काफी भिन्न है. इसमें किसी को पूरे सिर में तो किसी को आधे हिस्से में दर्द होता है. यह आमतौर पर अनियमित लाइफ स्टाइल, गलत खानपान, जरूरत से ज्यादा लैपटॉप एवं मोबाइल आदि के उपयोग से हो सकता है. इसके सामान्य लक्षणों में उल्टी, भूख ना लगना, किसी काम में मन नहीं लगना, असहनीय सिर दर्द, बेचैनी, तेज रोशनी या शोर बर्दाश्त नहीं होना हो सकता है.

दिल्ली के चिकित्सक डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार माइग्रेन की पीड़ा से राहत के लिए कुछ लोग पेन किलर लेते हैं, इससे तत्काल राहत तो मिल जाती है, लेकिन इसके दूरगामी साइड इफेक्ट्स से इंकार नहीं किया जा सकता. माइग्रेन से राहत पाने के लिए ये घरेलू नुस्खे कारगर साबित हो सकते हैं. Akshay Tritiya 2023 Shubh Muhurat to Buy Gold: देश में मनाया जा रहा है अक्षय तृतीया का पर्व, जानें पूजन और सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त

डाइट में मैग्नीशियम शामिल करें

डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार मैग्नीशियम की कमी से अकसर माइग्रेन हो जाता है, ऐसे में अपनी डाइट में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ की मात्रा बढ़ानी चाहिए. मैग्नीशियम युक्त पदार्थों में प्रमुख हैं, पालक, काजू, बादाम, सोयाबीन एवं हरा सेम इत्यादि.

गुड़ और दूध का सेवन

माइग्रेन का दर्द उभरने पर दूध और गुड़ का सेवन भी लाभकारी हो सकता है. प्रतिदिन सुबह उठने पर खाली पेट गुड़ का छोटा-सा टुकड़ा मुंह में रखें. इसके बाद ठंडा दूध पी लें. प्रतिदिन इसके सेवन से माइग्रेन से राहत मिलेगा.

नींबू के छिलके

नींबू में अनगिनत औषधीय तत्व होते हैं, यहां तक कि इससे खट्टे, मीठे एवं चटपटे व्यंजन भी बनाये जाते हैं, लेकिन कम लोगों को पता होगा कि इसके इसके छिलके भी कुछ कम नहीं है. हालांकि कुछ सौंदर्य विशेषज्ञ इससे फेस मास्क बनाने की बात करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि नींबू के छिलके बहुत अच्छा दर्द निवारक का भी काम करते हैं, जी हां, अगर आप माइग्रेन की पीड़ा से परेशान हैं, तो ताजे नींबू के छिलके को सिलबट्टे पर घिस कर पेस्ट बनाएं, और इसे माथे पर लेप की तरह लगायें. इससे माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी.

गाय का घी

गाय के दूध से बने शुद्ध घी में तमाम औषधीय गुण होते हैं. अगर आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो आप गाय के घी और शक्कर मिलाकर रोटी में लपेट कर सेवन करें. गाय के घी को हल्का सा गर्म कर पिघलाएं. अब इसे दो से तीन बूंद नाक में डालें. कुछ ही देर में राहत मिलेगी.

कपूर

कपूर की तासीर ठंडी होती है, इसलिए जोड़ों अथवा मसल्स पेन के लिए सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है, लेकिन माइग्रेन की दर्द के लिए कपूर को बारीक पीस कर इसे देशी घी में अच्छी तरह घोलकर लेप बनाएं, और हलके हाथों से माथे पर मालिश करें. दिन में दो बार इस लेप का इस्तेमाल करें, काफी आराम मिलेगा.

बादाम एवं काली मिर्च से इलाज

चार या पांच बादाम रात भर के लिए भिगोयें. सुबह उठकर इसे बारीक पीस लें, इसी के साथ तीन से चार काली मिर्च भी अच्छी तरह पीसें. अब गरम दूध में इस मिश्रण को मिलाकर एक उबाल आने के बाद इसे गिलास में निकाल कर आधा चम्मच देशी घी और शक्कर मिलाकर चम्मच से घोल लें. अब इसे सामान्य ठंडा करके पीड़ित को पिला दें, आराम मिलेगा.

दालचीनी

गरम मसालों में दालचीनी सबसे ज्यादा औषधीय तत्वों में एक माना जाता है. अगर माइग्रेन का दर्द बहुत ज्यादा है तो 10 ग्राम दालचीनी को बारीक पीस लें. अब इसे दो चम्मच पानी में अच्छी तरह घोल कर पेस्ट बनाएं. अब दिन में एक बार यह लेप माथे पर लगाकर आराम मुद्रा में लेट जायें, सोयें नहीं. यह माइग्रेन के दर्द को तेजी से खींच लेता है.